द लीडर | फेसबुक ओन्ड कंपनी मेटा की तरफ से रूस पर कड़े प्रतिबंध का ऐलान कर दिया गया है। मेटा की तरफ से शुक्रवार को बयान जारी करके कहा गया कि रूस सरकार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर अपने विज्ञापनों को पोस्ट करने से प्रतिबंधित किया जाता है। साथ ही मेटा के किसी भी प्लेटफॉर्म पर दुनियाभर में कहीं भी रूस खुद को मॉनिटाइज नहीं कर पाएगा। मतलब मेटा प्लेटफॉर्म से कमाई नहीं की जा सकेगी। मेटा ने कहा कि उसकी तरफ से रशियन स्टेट मीडिया के पोस्ट की लेबलिंग की जाएगी। Meta की सिक्योरिटी पॉलिसी हेड Nathaniel Cleicher ने कहा कि इन प्रतिबंधों को इसी वीकेंड से रोलआउट कर दिया जाएगा।
1/ We are now prohibiting Russian state media from running ads or monetizing on our platform anywhere in the world. We also continue to apply labels to additional Russian state media. These changes have already begun rolling out and will continue into the weekend.
— Nathaniel Gleicher (@ngleicher) February 26, 2022
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लेबलिंग करना जारी रखेगा फेसबुक
नथानिएल ग्लिशेर ने कहा है कि हम रूसी मीडिया को अतिरिक्त तरीके से लेबलिंग करना जारी रखेंगे। फेसबुक में यह बदलवा पहले से ही शुरू हो चुका है और हम इसे सप्ताहांत तक जारी रखेंगे। नथानिएल ग्लिशेर ने अगले ट्वीट में लिखा है, हम यूक्रेन संकट पर लगातार पैनी नजर बनाए हुए हैं और गंभीरता से इसकी निगरानी कर रहे हैं। हम अपने प्लेटफॉर्म पर लोगों की सुरक्षा के लिए जो भी कदम उठाएंगे उसकी जानकारी देते रहेंगे। दरअसल, फेसबुक की कंपनी मेटा पर रूसी मीडिया की गलत खबरों को लेबलिंग करने का अमेरिकी दबाव है।
रूसी मीडिया अकाउंट्स को नहीं किया गया है प्रतिबंधित
अपने आधिकारिक बयान में, Roskomnadzor ने रूसी मीडिया की सुरक्षा के उपायों के रूप में अपनी कार्रवाई की घोषणा की। साथ ही कहा कि रूस के विदेश मंत्रालय और अभियोजक जनरल के कार्यालय ने फेसबुक को मौलिक मानवाधिकारों और स्वतंत्रताओं के साथ-साथ रूसी नागरिकों के अधिकारों और स्वतंत्रता के उल्लंघन में संलिप्त पाया। इस वर्जन को ये दिखाने के लिए सही किया गया है कि फेसबुक प्रतिबंधित है, लेकिन रूसी मीडिया अकाउंट्स को प्रतिबंधित नहीं किया गया है।
क्यों लगाया गया प्रतिबंध ?
इससे पहले रूस की तरफ से अमेरिटी टेक कंपनियों को सेंसरशिप कर दिया था। रूस ने फेसबुक पर यूक्रेन के फर्जी सैन्य अभियान को पेश करने के आरोप में ऐसे सभी पोस्ट को सेंसर कर दिया था। इस मामले में मेटा हेड ग्लोबल अफेयर निक क्लेग का कहना था कि रूस अथॉरिटी ने आदेश दिया कि फेसबुक को फैक्ट चेकिंग और कंटेंट को लेबलिंग करने के काम को बंद कर देना चाहिए। लेकिन फेसबुक की तरफ ऐसा करने से मना कर दिया गया है। जिसकी वजह से रूस ने फेसबुक सर्विस पर पाबंदी लगा दी है।
यू-ट्यूब और ट्विटर पर पाबंदी
अमेरिकी सीनेटर मार्क वार्नर ने फेसबुक, यूट्यूब और अन्य के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को लिखे एक पत्र में कहा कि कंपनियों का यह कर्तव्य है कि यह सुनिश्चित करें कि रूस और रूस से जुड़ी संस्थाओं की ओर से उनके सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का दुरुपयोग न किया जाए। गूगल ने कहा कि उसने पिछले कुछ दिनों में अपनी नीतियों का उल्लंघन करने के लिए सैकड़ों YouTube चैनल और हजारों वीडियो हटा दिए हैं। ट्वीटर की तरफ से कुछ पोस्ट को हटाया गया है।
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