डोनाल्ड ट्रंप ने संभाली राष्ट्रपति की कमान, पहले दिन लिए कौन से बड़े फैसले

द लीडर हिंदी: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को राष्ट्रपति पद की शपथ ली और दूसरे कार्यकाल के पहले ही दिन 80 से ज्यादा कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए। इनमें कई आदेश पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा लागू किए गए नियमों को समाप्त करने से संबंधित थे, जबकि कुछ आदेशों में अमेरिका की वैश्विक नीतियों में बदलाव का संकेत भी दिया गया।

मुख्य आदेश:

  • जन्म से नागरिकता का अधिकार समाप्त

    ट्रंप ने अवैध शरणार्थियों के बच्चों को जन्म से नागरिकता मिलने का अधिकार समाप्त करने की घोषणा की। नए आदेश के तहत, अब केवल उन बच्चों को अमेरिकी नागरिकता मिलेगी जिनके माता-पिता में से कम से कम एक अमेरिकी नागरिक या स्थायी निवासी हो।

  • डब्ल्यूएचओ से बाहर जाने का आदेश

    ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को लेकर कड़ा कदम उठाया और अमेरिका को इस संगठन से बाहर निकालने का फैसला लिया। ट्रंप ने WHO पर कोरोनावायरस महामारी के दौरान ठीक से प्रबंधन न करने का आरोप लगाया।

  • मैक्सिको की खाड़ी और माउंट डेनाली का नाम बदला

    ट्रंप ने मैक्सिको की खाड़ी का नाम बदलकर ‘अमेरिका की खाड़ी’ करने का आदेश दिया। इसके साथ ही, माउंट डेनाली का नाम बदलकर माउंट मैकिनली रखने का भी निर्देश दिया, यह नाम राष्ट्रपति विलियम मैकिनली के योगदान को सम्मानित करने के उद्देश्य से रखा गया।

  • दो लिंगों की मान्यता

    ट्रंप प्रशासन ने अब से सिर्फ दो लिंगों—पुरुष और महिला—की ही आधिकारिक मान्यता देने का निर्णय लिया है। इसके तहत जन्म के समय निर्धारित लिंग को किसी भी स्थिति में बदला नहीं जा सकेगा। इस आदेश से ट्रांसजेंडर समुदाय में नाराजगी की संभावना जताई जा रही है।

  • राष्ट्रपति ट्रंप ने छह जनवरी 2021 को कैपिटल हिल पर हुए हमले के दोषी 1500 लोगों को माफी देने के आदेश पर साइन किए।
  • ड्रग तस्कर आतंकी घोषित होंगे।
  • मैक्सिको सीमा पर दीवार बनेगी। मेक्सिको और कनाडा पर 25 फीसदी टैरिफ लगाया जाएगा। उम्मीद जताई जा रही है कि नियम अगले महीने (फरवरी) से लागू हो सकती है।
  • पेरिस क्लाइमेट एग्रीमेंट से बाहर होगा अमेरिका।
  • इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने की योजना रद होगी।
  • यूएस-मैक्सिको सीमा पर राष्ट्रीय आपातकाल घोषित।

इन फैसलों के बाद, ट्रंप की नीतियां अमेरिका में और दुनिया भर में चर्चा का विषय बन गई हैं। कुछ कदमों को लेकर अदालतों में चुनौतियां आने की संभावना है, जबकि अन्य का प्रभाव वैश्विक राजनीति पर पड़ सकता है।

Abhinav Rastogi

पत्रकारिता में 2013 से हूं. दैनिक जागरण में बतौर उप संपादक सेवा दे चुका हूं. कंटेंट क्रिएट करने से लेकर डिजिटल की विभिन्न विधाओं में पारंगत हूं.

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