द लीडर हिंदी: दिल्ली की एक कोर्ट ने 18 सितंबर, 2024 दिन बुधवार को बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनके दोनों बेटे तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव और अन्य आरोपियों को समन जारी किया है. दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट तीनों को नौकरी के बदले जमीन से जुड़े घोटाले मामले में तलब किया है. कोर्ट ने सभी को सात अक्तूबर को पेश होने के लिए कहा है. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छह अगस्त को 11 आरोपियों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था, जिनमें से चार की पहले ही मौत हो चुकी है. कोर्ट ने अखिलेश्वर सिंह और उनकी पत्नी किरण देवी को भी समन भेजा है. कोर्ट ने कहा कि तेज प्रताप यादव की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता है. वह एके इंफोसिस लिमिटेड के निदेशक भी थे.उन्हें भी जमन जारी किया गया है.कोर्ट ने अखिलेश्वर सिंह के साथ-साथ उनकी पत्नी किरण देवी को भी समन भेजा है.
जानिए क्या है मामला?
बतादें आरोप है कि रेलवे मंत्री रहते हुए लालू यादव इस घोटाले में शामिल थे. यह घोटाला 2004 से 2009 के बीच किया गया था, जहां कई लोगों को रेलवे के विभिन्न जोनों में ग्रुप-डी के पदों पर नौकरियां दी गई थीं.बदले में इन लोगों ने अपनी जमीन तत्कालीन रेलवे मंत्री लालू यादव के परिवार के सदस्यों और एक संबंधित कंपनी एके इंफोसिस्टम के नाम कर दी थी.घोटाले का आरोप यूपीए सरकार में रेल मंत्री रहे पवन बंसल के भांजे विजय सिंगला पर भी लगा है. मामले में भी सीबीआई ने विजय सिंगला समेत 10 के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. इस मामले में विजय सिंगला पर मनी लॉन्ड्रिंग का भी आरोप है.
कोर्ट ने की तेज प्रताप यादव पर ये टिप्पणी
बतादें दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट ने यह भी कहा है कि मामले में तेज प्रताप यादव की संलिप्तता से इनकार नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने कहा कि वह एके इंफोसिस लिमिटेड के निदेशक भी थे। उन्हें भी तलब किया गया है. तेज प्रताप यादव को कोर्ट में पेश होने का निर्देश दिया गया है. इसके साथ ही कोर्ट ने अखिलेश्वर सिंह के साथ-साथ उनकी पत्नी किरण देवी को भी समन भेजा है. आपको बता दें कि प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी ने 6 अगस्त को 11 आरोपियों के खिलाफ पूरक आरोप पत्र दायर किया था. इनमें से चार की मौत हो चुकी है.https://theleaderhindi.com/first-phase-of-voting-continues-in-jammu-and-kashmir-know-what-pm-modi-and-rahul-gandhi-said/