कोरोना: उत्तराखंड में एक दिन में 180 मौतों का नया रिकॉर्ड,18 मई तक राज्य में कोविड कर्फ्यू

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द लीडर देहरादून।

सरकारी आंकड़े यूं तो सरकार की तरह भरोसे लायक नहीं फिर भी रविवार शाम का बुलेटिन बता रहा है कि उत्तराखंड में पाजिटिविटी दर घटी है लेकिन एक दिन में मौतों का नया रिकॉर्ड बना है। प्रदेश के अस्पतालों में भर्ती 180 लोग रविवार को मर गए। अकेले राजधानी में 84 मौतें हुई।, उत्तराखंड में अब 11 मई से लेकर 18 मई तक सख्ती से कोविड कर्फ्यू लगा दिया गया है। शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल के मुताबिक सिर्फ  10 मई को एक बजे तक फल, दूध, सब्जी, मांस, मछली और आवश्यक सेवाों की दुकानें खुलेंगी। शराब और बार बंद रहेंगे। अंतरराज्जीय परिवहन को 50 फीसद अनुमति होगी। साथ ही कारण बताना पड़ेगा। 13 मई को केवल एक बजे तक राशन की दुकानें खुली रहेंगी। उन्होंंने कहा कि प्रदेश के लोगों की रक्षा के लिए सरकार ने ये फैसला लिया है।
नौ मई की शाम स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के मुताबिक, प्रदेश में 5890 नए संक्रमित मिले, वहीं, 2731 लोग स्वस्थ हुए। रविवार को सर्वाधिक 180 लोगों की मौत हुई। इससे पहले गुरुवार को छह मई को सर्वाधिक 151 लोगों की कोरोना से मौत हुई थी।
शुक्रवार सात मई को 24 घंटे में सर्वाधिक 9642 नए कोरोना संक्रमित मिले थे और 137 लोगों की कोरोना से मौत हुई थी। शनिवार आठ मई से नए संक्रमितों की संख्या कम होने लगी। इस दिन 8390 नए संक्रमित मिले थे। कंटेनमेंट जोन बढ़कर 403 हो गए हैं। यहां एक तरीके से पूर्ण लॉकडाउन है।कुल एक्टिव केस 74114 हैं। अब प्रदेश में कोरोना से कुल संक्रमितों की संख्या 244273 हो गई है। इनमें से 3728 लोगों की मौत हो चुकी है।

रविवार को भी नए संक्रमितों में 2419 देहरादून में मिले। उधमसिंह नगर में 919, हरिद्वार में 733, टिहरी गढ़वाल में 415, पौड़ी में 272, नैनीताल में 232, चमोली में 229, उत्तरकाशी में 225, पिथौरागढ़ में 215 संक्रमित मिले। अन्य जिलों में आंकड़ा सौ से नीचे है। सबसे कम संक्रमित बागेश्वर में पांच मिले। वहीं यहां टेस्ट भी 127 के किए गए।

फ्लाइंग स्क्वाड गठित

सरकारी के साथ ही निजी अस्पतालों में बेड की उपलब्धता और पारदर्शिता के लिए अब फ्लाइंग स्क्वाड गठित किया गया है। स्वास्थ्य सचिव अमित नेगी ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। इसमें कहा गया है कि कुछ चिकित्सालय बेड की उपलब्धता में पारदर्शिता के साथ परिलक्षित नहीं कर रहे हैं। इस कारण से रोगियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। अब इस पर कोविड चिकित्सालय में नियंत्रण और निगरानी को क्षेत्र के नगर मजिस्ट्रेट/उप जिला मजिस्ट्रेट, पुलिस अधीक्षक (शहर/ग्रामीण)/पुलिस उपाधीक्षक एवं मुख्य चिकित्सा अधिकारी की ओर से नामित एक चिकित्सक की संयुक्त टीम का फ्लाइंग स्क्वाड बनाया गया है। जो समय-समय पर इन कोविड-19 चिकित्सालयों का आकस्मिक निरीक्षण करेंगें। एवं इसकी जिला मजिस्ट्रेट को देगें।

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