उत्तराखंड:अस्पतालों में एक दिन में 197 कोरोना मरीजों की मौत, घरों में कितने मरे नहीं पता

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द लीडर देहरादून

प्रदेश में हालात बद से बदतर हो रहे हैं। सैंपलिंग घटने से नए संक्रमित भले ही सरकारी तालिका में कम हैं लेकिन आंकड़े न छिपाने की सख्त हिदायत के पहले दिन ही प्रदेश में कोरोना विस्फोट दिख रहा है। पिछले 24 घंटों में विभिन्न अस्पतालों में 197 कोरोना मरीजों ने दम तोड़ा। इसमें भी चौकाने वाली बात ये कि शनिवार को देहरादून के सरकारी दून मेडिकल कॉलेज से ही 30 रोगी शव में तब्दील हुए और एम्स ऋषिकेश से 10 । देहरादून जिले में ही 97 मौतें हुई। हल्द्वानी के सरकारी सुशीला तिवारी अस्पताल में 27 और उधमसिंह नगर के जिला अस्पताल में 25 मौतें एक दिन में हुई हैं।


शनिवार 15 मई की शाम को स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट में को 24 घंटे के भीतर सर्वाधिक 197 मौत दर्ज की गई। इससे पहले पिछले रविवार नौ मई को सर्वाधिक 180 लोगों की मौत हुई थी। लगातार दूसरे दिन नए संक्रमितों की संख्या भी घटी है। शनिवार को 5654 नए संक्रमित मिले। 4806 लोग स्वस्थ हुए। शुक्रवार 14 मई को 5775 नए संक्रमित मिले थे और 116 लोगों की मौत हुई थी।
शनिवार को 483 केंद्र में 33090 लोगों को कोरोना के टीके लगाए गए। साथ ही कंटेनमेंट जोन 471 हो गए हैं। यहां एक तरीके से पूर्ण लॉकडाउन है।
उत्तराखंड में कोरोना के एक्टिव केस अब 80000 हो गए हैं। अब तक कुल संक्रमितों की संख्या 283239 हो गई है। इनमें 193436 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। अब तक कुल 4623 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है। मौत का प्रतिशत 1.63 हो गया है।
शनिवार को भी देहरादून में सर्वाधिक 1423 संक्रमित मिले। नैनीताल में 1037, पौड़ी में 482, हरिद्वार में 464, उत्तरकाशी में 428, टिहरी में 405, उधमसिंह नगर में 384, अल्मोड़ा में 339, पिथौरागढ़ में 246, चमोली में 215, बागेश्वर में 138, रुद्रप्रयाग में 51, चंपावत में 42 नए संक्रमित मिले।
ग्रामीण क्षेत्र में संक्रमित के होम आइसोलेशन की घर पर पृथक कमरे की व्यवस्था न होने की स्थिति में कोविड केयर सेंटर में रखने के आदेश समस्त डीएम और सीएमओ को दिए हैं। स्वास्थ्य सचिव अमित सिंह नेगी ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है।

पिछले 24 घंटे में 27 और ऐसे इलाके चिह्नित किये गए हैं जहां एक साथ कई लोग संक्रमित हैं। इनको मिला कर उत्तराखंड में अब 471 कंटेनमेंट जोन बनाए जा चुके हैं। ऐसे स्थानों में सामाजिक, धार्मिक, व्यापारिक गतिविधियां प्रतिबंधित हैं। वहीं, लोगों को घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। एक परिवार के एक सदस्य को आवश्यक वस्तु के लिए मोबाइल वेन तक जाने की अनुमति है। देहरादून में 100, हरिद्वार में 35, नैनीताल में 55, पौड़ी में 16, उत्तरकाशी में 79, उधमसिंह नगर में 75, चंपावत में 34, चमोली में 8, टिहरी में 31, रुद्रप्रयाग में 9, पिथौरागढ़ में 9, अल्मोड़ा में 17, बागेश्वर में 3 कंटेनमेंट जोन हैं।

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