प्रधानमंत्री मोदी के 74वां जन्मदिन पर कांग्रेस ने लिखा ऐसा पत्र, पढ़कर हो जाएंगे हैरान

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द लीडर हिंदी: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी 17 सितंबर को अपना 74वां जन्मदिन मना रहे हैं. वे लगातार 3 बार भारत के पीएम बनने वाले पहले गैर-कांग्रेसी नेता हैं. उनकी लीडरशिप में बीजेपी ने पहली बार 300 से ज्यादा लोकसभा सीटें जीतीं और 21 राज्यों की सत्ता में भी शामिल रही. ऐसे में आज राजनैतिक जगत से उन्हें बधाई की शुभकामनाएं देने का सिलसिला शुरू हुआ. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी पीएम नरेंद्र मोदी को जन्मदिन की बधाई दी है.लेकिन साथ ही उन्होंने पत्र लिखकर कुछ चिंताएं भी जताई.

दरअसल खड़गे ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में हाल के दिनों में राहुल गांधी पर कुछ नेताओं द्वारा की जा रही टिप्पणियों पर उनका ध्यान आकृष्ट कराया. इसके साथ ही खड़गे ने लिखा, सबसे पहले मैं आपको जन्मदिन की हार्दिक बधाई देता हूं. साथ ही ऐसे मुद्दे पर आपका ध्यान आकृष्ट कराना चाहता हूं जो सीधे लोकतंत्र और संविधान से जुड़ा हुआ है.आप अवगत होंगे कि देश में लोक सभा में नेता प्रतिपक्ष श्री राहुल गांधी के ख़िलाफ़ बेहद आपत्तिजनक, हिंसक और अशिष्ट बयानों का सिलसिला चल रहा है.

मुझे दुःख के साथ कहना पड़ता है कि बीजेपी और आपके सहयोगी दलों के नेताओं ने जिस हिंसक भाषा का प्रयोग किया है, वह भविष्य के लिए घातक है. विश्व हैरान है कि केंद्र सरकार में रेल राज्य मंत्री, बीजेपी शासित उत्तर प्रदेश के मंत्री, लोक सभा में प्रतिपक्ष के नेता को ‘नंबर एक आतंकवादी’ कह रहे हैं.आपको बतादें कि राहुल गांधी ने अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान आरक्षण और सिखों पर बयान दिया था जिसके बाद भाजपा और उसके सहयोगी दलों के नेताओं ने राहुल पर निशाना साधा था.

वही एनडीए नेताओं के इन बयानों पर अब कांग्रेस आगबूबला है. और यहां तक की मल्लिकार्जुन खरगे ने पीएम मोदी को पत्र तक लिख दिया है और इन बयानों पर आपत्ति जताई है.मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा महाराष्ट्र में आपकी सरकार में सहयोगी दल का एक विधायक, नेता प्रतिपक्ष की “जुबान काट कर लाने वाले को 11 लाख रुपए का इनाम” देने की घोषणा कर रहे हैं. दिल्ली में एक भाजपा नेता एवं पूर्व विधायक, उनका “हश्र दादी जैसा” करने की धमकी दे रहे हैं. भारतीय संस्कृति अहिंसा, स‌द्भाव और प्रेम के लिए विश्व भर में जानी जाती है.लेकिन इन बिंदुओं को हमारे नायकों ने राजनीति में मानक के रूप में स्थापित किया.

गांधीजी ने अंग्रेजी राज में ही इन मानकों को राजनीति का अहम हिस्सा बना दिया था.वही आजादी के बाद संसदीय परिधि में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सम्मानजनक अहसमतियों का एक लंबा इतिहास रहा है. इसने भारतीय लोकतंत्र की प्रतिष्ठा को बढ़ाने का काम किया.

आपको बताते चले कि कांग्रेस के करोड़ों कार्यकर्ता और नेता इस बात को लेकर बहुत उद्वेलित और चिंतित हैं. क्योंकि ऐसी घृणा फैलाने वाली शक्तियों के चलते राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, इंदिरा गांधी, और राजीव गांधी को शहादत देनी पड़ी है. सत्ताधारी दल का यह राजनीतिक व्यवहार लोकतांत्रिक इतिहास का अशिष्टतम उदाहरण है.खड़गे ने पीएम मोदी से पत्र लिखकर कहा- मैं आपसे अनुरोध और अपेक्षा करता हूँ कि आप कृपया अपने नेताओं पर अनुशासन और मर्यादा का अंकुश लगायें. उचित आचरण का निर्देश दें.

ऐसे बयानों के लिए कड़ी कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए ताकि भारतीय राजनीति को पतनशील बनने से रोका जा सके. कोई अनहोनी न हो.मैं भरोसा करता हूं कि आप इन नेताओं को हिंसक बयानों को तत्काल रोकने के बारे में अपेक्षित कार्यवाही करेंगे.https://theleaderhindi.com/bulldozer-will-not-run-without-permission-supreme-court-bans-it-till-october-1/