द लीडर देहरादून।
त्रिवेंद्र सरकार के कुछ अलोकप्रिय फैसले बदलने के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने रविवार को अफसरों को कड़क तेवर दिखाए साथ घाट लाठीचार्ज प्रकरण में मुकदमें वापस लेने भी संकेत दिए।
पिछले राज में अफसरों की बेअंदाजी संबधी कुुुछ विधायको की शिकायतों का संज्ञान लेते हुए मंडलायुक्त, जिलाधिकारियों व मुख्य विकसाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में उन्होंने कहा है कि अधिकारियों का जनप्रतिनिधियों के साथ लगातार संवाद रहना चाहिए। जनता से जुड़े कार्यों को प्राथमिकता दें । मुख्यमंत्री ने बहुद्देशीय शिविरों का आयोजन करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी गर्मियों के सीज़न को देखते हुए यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि लोगों को पेयजल की दिक्कत न हो। अगले 6 माह में सभी स्कूलों में पेयजल, शौचालय, फर्नीचर, बिजली आदि सभी सुविधाएं हों। इसके लिए बजट की कोई कमी नहीं है।
ई-गवर्नेस का प्रभावी क्रियान्वयन हो। जिलों में महत्वपूर्ण घटनाएं होने पर शासन को जरूर अवगत कराएं। आने वाले समय में वनाग्नि को रोकने का कुशल प्रबंधन हो। चार धाम यात्रा और पर्यटन के सीज़न को देखते हुए पुख्ता इंतजाम सुनिश्चित कर लिया जाय। मुख्यमंत्री ने मनरेगा और स्वरोजगार योजनाओं की प्रगति की भी जानकारी ली।
लाठीचार्ज प्रकरण
सीएम तीरथ रावत ने कहा कि नन्दप्रयाग-घाट सड़क का दोहरीकरण मेरी प्राथमिकता में है। लोकतंत्र में हर किसी को अपनी आवाज उठाने का हक है। शक्ति के इस्तेमाल की जरूरत नहीं पड़नी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इस मुद्दे पर पूरी रिपोर्ट मंगा ली है। और सड़क निर्माण को लेकर आंदोलनकारियों पर हुए मुकदमो के बाबत भी विचार किया जाएगा।