द लीडर कोटद्वार(गढ़वाल)।
एक आदमी अगर सतर्क हो जागरूक हो तो व्यवस्था को उसकी सुननी पड़ती है। क्षेत्र के आम आदमी ने दो दिन पहले हाथों से एक सड़क की चमड़ी उधेड़ कर दिखाई तो उसके वीडियो देख कर सरकार को पी डब्ल्यूडी के जेई और एई को सस्पेंड करना पड़ा। ये कार्रवाई सीधे मुख्यमंत्री के आदेश पर हुई।
रिखणीखाल ब्लाक के देवेश एक सामान्य आदमी हैं। सामाजिक सांस्कृतिक गतिविधियों में सक्रिय
रहते हैं। वह दुगड्डा लोक निर्माण प्रांतीय खंड में एक सड़क से गुजर रहे थे जहां हाल ही में डामरीकरण हुआ है। गाड़ी सड़क के किनारे से गुजरी तो उन्हें टायर के साथ सड़क फिसलती से लगी। देवेश नीचे उतरे। एक छोर से सड़क को पकड़ा तो तारकोल लिपटी एक पट्टी उनके हाथ में थी। पीडब्ल्यूडी के साहबों ने धूल मिट्टी पर ही काली परत बिछाई थी। देवेश ने सड़क की पट्टी उधेड़ते हुए एक वीडियो बनाया और अपनी कमेंट्री के साथ सोशल मीडिया पर डाल दिया। ये वीडियो आज मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत तक पहुँच गया। कल अपने मंत्रियों को विभाग बांटते समय ये महकमा उन्होंने किसी को नहीं दिया था। पुराने मुख्यमंत्री को भी इसी महकमे के कारण कई बार असहज होना पड़ा था।
डामरीकरण हाथ से ही उखड़ने की घटना को सीएम ने गंभीरता से लेते हुए एई अजीत सिंह व जे ई अनिल कुमार को सस्पेंड कर दिया। सीएम ने लोनिवि के एक आलाधिकारी को भी फटकार लगाई है।
मामला दुगड्डा-रथुवा ढाब सड़क मार्ग का है। लैंसडौन विधानसभा के तहत दुगड्डा- रथुवा ढाब सड़क मार्ग के मलेखान बैंड के समीप की सड़क के डामरीकरण में गंभीर लापरवाही बरती गई है।
रिखणीखाल ब्लाक के देवेश ने यह तीन मिनट का वीडियो बनाया है। देवेश शुरू में ही कहते हैं कि वो जयहरीखाल व रिखणीखाल ब्लाक के बॉर्डर पर खड़े है। वीडियो में सड़क पर बिना काम किये ऊपर से तारकोल डाला हुआ है। यह डामर हाथ से ही उखड़ गए। में सीएम तीरथ रावत, पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत व विधायक दलीप रावत का नाम लेकर घटिया डामरीकरण की कहानी सुनाई गई है।