द लीडर हिंदी, रायपुर। छत्तीसगढ़ के सुकमा में मोस्ट वांटेड माओवादी नेता विनोद उर्फ हेमला हुंगा की कोरोना के चलते मृत्यु हो गई है. हेमला हुंगा मई 2013 में झिरमघाटी में हुई कांग्रेस नेताओं की सामूहिक हत्या के मामलें में आरोपी था.
यह भी पढ़ें: मोदी सरकार का केंद्रीय कर्मचारियों को तोहफा, DA 17 से बढ़ाकर 28% किया
हेमला हुंगा साल 1997 से माओवादी गतिविधियों से जुड़ा था
साथ ही अप्रैल 2019 में हुई भाजपा विधायक भीमा मांडवी की हत्या का वो मास्टरमाइंड था. दंतेवाड़ा के पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने बताया कि, हेमला हुंगा साल 1997 से माओवादी गतिविधियों से जुड़ा हुआ था और वो इसके दर्भा डिविजन का कमांडर था.
हेमला हुंगा की कोरोना के चलते हुई मौत
पुलिस अधीक्षक अभिषेक पल्लव ने साथ ही बताया कि, 62 वर्षीय हेमला हुंगा की कोरोना के चलते 12 जुलाई को सुकमा जिले में मौत हो गई है. हेमला हुंगा पर 15 लाख रुपये का इनाम रखा गया था. इसमें से 10 लाख रुपये छत्तीसगढ़ पुलिस और पांच लाख का इनाम राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने रखा था.
यह भी पढ़ें: श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट विदेशी रामभक्तों का चंदा कर रहा वापस,जानिए क्यों ?
कोरोना के चलते पिछले एक महीने में 6 माओवादियों की मौत
बता दें कि छत्तीसगढ़ के माओवादी इलाकों में हाल के दिनों में कोरोना ने तेजी से अपने पांव पसारे हैं. हेमला हुंगा को मिलाकर पिछले एक महीने में कोरोना के चलते बस्तर में 6 टॉप माओवादी नेताओं की मौत हो चुकी है. इनमें माओवादियों की केंद्रीय समिति का सदस्य हरीभूषण और उसकी पत्नी शारदा भी शामिल है. इन दोनों पर सरकार ने 50 लाख का इनाम रखा था.
सुकमा जिले में सबसे ज्यादा कोरोना मरीज
छत्तीसगढ़ में कोरोना के कुल एक्टिव केसों में से 40 फीसदी केस बस्तर संभाग के सात जिलों के हैं. राज्य स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार इनमें से सुकमा में सबसे ज्यादा मरीज हैं.
यह भी पढ़ें: इंडोनेशिया बना महामारी का नया केंद्र, इन देशों में तीसरी-चौथी लहर ने दी दस्तक
उसके बाद बीजापुर, दंतेवाड़ा, बस्तर, कांकेर, कोंडागांव और नारायपुरर है. कोरोना से बस्तर संभाग में अब तक करीब 668 लोगों की मौत हो चुकी है. बस्तर में ज्यादातर मौतें पिछले कुछ महीनों में हुई है.