द लीडर : इसी साल देश में जनगणना (Census) प्रारंभ होनी है. राष्ट्रीय जनता दल, (RJD) समाजवादी पार्टी समेत कई दूसरी पार्टियां जातिगत जनगणना की मांग उठाए हैं. आरजेडी प्रमुख और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने स्पष्ट कहा है कि अगर जातियों की गणना नहीं होगी. तो बिहार के साथ देश के दूसरे राज्यों के पिछड़े और अति-पिछड़े, दलितों के साथ अल्पसंख्यक भी जनगणना का बहिष्कार कर सकते हैं. (Census India Lalu Yadav )
लालू यादव ने कहा-जनगणना के जिन आंकड़ों से देश की बहुसंख्यक आबादी का भला ही न हो. तो फिर जानवरों की गणना वाले आंकड़ों का हम क्या करेंगे. जातिवार गिनती को लेकर आरजेडी ने अपना रुख साफ कर दिया है. वो ये कि अगर गिनती जातिवार नहीं होगी तो वो इसका बहिष्कार करेंगे.
बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सदन में भी जातिवार गिनती का प्रश्न उठा चुके हैं. इसको लेकर एक सर्वदलीय प्रतिनिधि मंडल के साथ तेजस्वी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिल चुके हैं. जिसमें प्रधानमंत्री को पत्र भेजकर मुलाकात का समय मांगने की चर्चा हुई. (Census India Lalu Yadav)
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बिहार के राजनीतिक परिदृश्य को देखते हुए नीतीश कुमार भी जातिवार जनगणना के पक्षधर हैं. दरअसल, बिहार विधानसभा दो बार इस संबंध में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित करके केंद्र सरकार को भेज चुकी है.
पिछले दिनों केंद्र ने एक प्रश्न के जवाब में साफ किया था कि जातिवार जनगणना नहीं होगी. आरजेडी के सांसद मनोज झा इस मामले को राज्यसभा में उठा चुके हैं.
मंगलवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी जातिगत जनगणना का मामला राज्यसभा में उठाया था. अखिलेश यादव साफ कर चुके हैं कि अगर केंद्र सरकार जातिवार जनगणना नहीं कराएगी. तो यूपी में समाजवादी पार्टी की सरकार बनने पर हम जातीय जनगणना कराएंगे. (Census India Lalu Yadav)
लालू प्रसाद यादव के बयान को लेकर वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल ने कहा-बधाई. लालू यादव के ट्वीट ने ये तय कर दिया है कि 2021 में जनगणना होगी. तो सरकार को जाति का कॉलम रखना पड़ेगा.
ये होता है राजनेता का काम. पक्ष में हो या विपक्ष में, जहां खड़े हो गए. वहीं से लाइन शुरू् अगर बिहार में जनगणना का बहिष्कार हो गया तो फिर जनगणना का कोई मतलब नहीं रह जाएगा.
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दिलीप मंडल ने कहा-इस तरह ये तय हो गया है कि इस साल या तो जाति जनगणना होगी या फिर जनगणना नहीं होगी. जनगणना न कराने के लिए सरकार के पास कोरोना का बहाना है.
दूसरा रास्ता ये है कि सरकार जनगणना से अलग जाति का सर्वे कराएगी. वह बहुत बड़ा फ्रॉड है. इसे कोई नहीं मानेगा. खेल खत्म. (Census India Lalu Yadav)