द लीडर हिंदी : बहुजन समाज पार्टी को लोकसभा चुनाव 2024 में करारी शिकस्त मिली.पार्टी ने इंडिया गठबंधन के साथ हाथ नहीं मिलाया.लेकिन हार से सबक लेने के बाद पार्टी ने एक नया पैतरा खेला है. अब हरियाणा के आगामी विधानसभा चुनावों में बहुजन समाज पार्टी और इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) मिलकर चुनाव लड़ेंगी. बसपा प्रमुख मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म एक्स पर इसकी जानकारी देते हुए कहा कि दोनों पार्टियों के बीच सीट शेयरिंग पर सहमति बन गई है. बसपा 37 सीटों पर और इनेलो 53 विधानसभा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी. उन्होंने कहा, “आज चंडीगढ़ में प्रेस वार्ता से पहले मेरे आवास पर बीएसपी के राष्ट्रीय संयोजक और इनेलो के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला के बीच गठबंधन को लेकर बैठक हुई थी.”चंडीगढ़ में गठबंधन की घोषणा करते हुए आकाश आनंद ने कहा, “इनेलो-बसपा गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार चौधरी अभय सिंह चौटाला होंगे.”
वही इनेलो प्रमुख अभिय सिंह चौटाला ने कहा, “हमने हरियाणा में मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है. आज आम आदमी की भावना है कि दस साल से इस प्रदेश में राज करने वाली बीजेपी को सत्ता बाहर किया जाए और कांग्रेस को सत्ता से दूर रखा जाए.” “प्रदेश में बीजेपी और कांग्रेस विरोधी छोटे छोटे दलों को साथ लेकर एक फ्रंट खड़ा किया जाएगा.” इसी साल के अंत तक हरियाणा, महाराष्ट्र, झारखंड और जम्मू कश्मीर में विधानसभा के चुनाव होने हैं और राज्यों में राजनीतिक दलों ने चुनावी तैयारियां शुरू भी कर दी हैं.
बता दें 1996 के लोकसभा चुनाव के दौरान इनेलो व बसपा के बीच पहली बार गठबंधन हुआ था.इनेलो ने सात लोकसभा सीटों पर और बसपा ने तीन लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में बसपा ने एक अंबाला लोकसभा सीट पर जीत हासिल की थी.इसके बाद साल 2018 में बसपा और इनेलो के बीच राजनीतिक गठजोड़ हुआ, लेकिन यह गठबंधन विधानसभा चुनाव तक लोगों के बीच नहीं पहुंच पाया। अब तीसरी बार इनेलो ने अपना खोया हुआ राजनीतिक वजूद बचाने के लिए बसपा के गठबंधन की पहल की है.