लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री और लखनऊ मध्य से विधायक ब्रजेश पाठक का एक और पत्र चर्चा में है, जिसमें उन्होंने अपनी विधायक निधि के 1 करोड़ रुपये कोरोना महामारी पर खर्च करने के जिलाधिकारी लखनऊ को लिखा है।इसके पहले मंत्री बृजेश पाठक ने 12 अप्रैल को अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य व प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा को अति गोपनीय पत्र लिखा थी, जिसमें लखनऊ में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली बयां की गई थी। पत्र सोशल मीडिया में वायरल हो जाने से विपक्ष ने सरकार पर जमकर हमला बोला था।
जिलाधिकारी लखनऊ को पत्र लिखते हुए कानून मंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए मेरी विधानसभा क्षेत्र में सभी वार्ड में अस्थाई रूप से आरटी-पीसीआर टेस्ट कराने और ऑक्सीमीटर की व्यवस्था कराए जाने के लिए निधि का प्रयोग किया जाए ।अस्थाई हॉस्पिटल बनाए जाने के लिए कल्याण मंडप, बारात घर, गेस्ट हाउस एलएन-1 एलएन-2 और उक्त हॉस्पिटल में ऑक्सीजन सिलेंडर के माध्यम से उपलब्ध कराया जाए, जिससे मरीजों को भर्ती होने में कोई दिक्कत ना आए।
योगी आदित्यनाथ सरकार में न्याय, विधायी एवं ग्रामीण अभियन्त्रण सेवा मंत्री ब्रजेश पाठक लखनऊ की लखनऊ मध्य विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। बीते दिनों उनका स्वास्थ्य महकमे के जिम्मेदारों को लिखा गया अति गोपनीय पत्र वॉयरल हो गया था। लखनऊ की चिंताजनक हालत पर लिखे गए पत्र में मंत्री ब्रजेश पाठक ने लखनऊ में कोविड की बदइंतजामी और बदहाली को लेकर अपना दर्द बयां किया था। पत्र लिखकर मंत्री ने सवाल उठाने के साथ कहा था कि लखनऊ में हालत चिंताजनक है। मंत्री बृजेश पाठक ने 12 अप्रैल को अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य व प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा को अति गोपनीय पत्र लिखा थी, जिसमें लखनऊ में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली बयां की गई थी।