ब्राजीलिया।
ब्राज़ील के राष्ट्रपति बोल्सोनारो की बेअंदाजी का भी जवाब नहीं। उनकी इस बेअंदाजी की वजह से अपने उत्तरप्रदेश से भी कम आबादी वाला ये देश कोरोना संक्रमित और मरने वालों के मामले में अमेरिका के बाद दूसरे स्थान पर जा पहुंचा है। देश भर में हो रहे विरोध की वजह से पहले स्वास्थ्य मंत्री की छुट्टी हुई अब तो छह मंत्री बदलने पड़ गए।
ब्राज़ील में कोविड 19 के मामले 12577354 और मरने वाले 3.15 लाख हो गए हैं। अकेले 24 मार्च को 3000 से ज्यादा मौतें हुई। इस पर भी खुद बिना मास्क के घूम रहे राष्ट्रपति बोलसनारो आंकड़े देने वालों को दोष दे रहे हैं। अब तो उनकी रक्षा और विदेश नीति भी सवालों में है।
राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो ने सोमवार को छह मंत्रियों की बदला है। इनमें रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री और न्याय मंत्री, स्वास्थ्य मंत्री शामिल हैं।
एडुआर्डो पाजुएलो की जगह कार्डियोलॉजिस्ट मार्सेलो क्वीरोगा को नया स्वास्थ्य मंत्री बनाया है। राजनयिक कार्लोस फ्रांका को नया विदेश मंत्री बनाया गया है। जनरल वॉल्टर सूजा ब्रागा नेटो को नया रक्षा मंत्री बनाया गया है। साथ ही पुलिस कमांडर एंडरसन टोरेस को नया न्याय मंत्री बनाया गया है।
पूर्व न्याय मंत्री एंड्रे मेंनडोनका को अटॉर्नी जनरल के पद पर नियुक्त किया गया है। इसके अलावा सरकारी सचिव कांग्रेसी महिला फ्लाविया अरुडा को 22 सदस्यीय मंत्रिमंडल में तीसरी महिला के तौर पर स्थान दिया है।
उल्लेखनीय है कि बोल्सोनारो पर महामारी से निपटने में विफलता और लापरवाही के आरोप लगाते रहे हैं। उन्हें कई बार सार्वजनिक स्थानों पर बिना मास्क के भी देखा गया है।
फिर विवादों के घेरे में
जायर बोल्सोनारो ने शुक्रवार को संक्रमण के कारण साओ पोलो में हुई मौतों पर संदेह जताया। उन्होंनें यहां के गवर्नर पर राजनीतिक लाभ लेने के लिए आंकड़ों से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया।
साओ पोलो ब्राजील की अर्थव्यवस्था का केंद्र है। बोल्सोनारो कोरोनावायरस के कारण देश में लॉकडाउन लगाने के पक्ष में नहीं है। इससे पहले ब्राजील के गवर्नर ने राष्ट्रपति पर कोरोनावायरस से निपटने और सोशल डिस्टेसिंग से ज्यादा अर्थव्यवस्था की चिंता करने का आरोप लगाया था। ब्राजील में पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट की सलाह के बाद देश के 26 गवर्नरों ने गैर जरूरी व्यावसायिक गतिविधियां और सार्वजनिक सेवाओं को रोक दिया है।
बोल्सोनारो ने शुक्रवार रात एक इंटरव्यू में कहा, ‘‘मुझे माफ करें, कुछ लोग मरेंगे, यही जीवन है। ट्रैफिक की वजह से होने वाली मौतों की वजह से आप कार फैक्ट्री तो नहीं बंद कर सकते।’’ बोल्सोनारो ने कहा कि साओ पोलो में संक्रमण से होने वाली मौतों का आंकड़ा कुछ ज्यादा ही है। हमें यह देखना होगा कि वहां क्या हो रहा है। राजनीतिक लाभ के लिए इसे नंबर गेम नहीं बनाया जा सकता।’’
इससे पहले साओ पोलो के गवर्नर जोआाओ डोरिया ने बोल्सोनारो की गलत सूचनाएं देने, प्रतिबंधों की आलोचना करने और ‘ब्राजील कैन नॉट स्टाप’ (ब्राजील रुक नहीं सकता) नारे को बढ़ावा देने पर आलोचना की थी। इस तरह का नारा इटली के मिलान में सामने आया था। ब्राजील के न्याय मंत्रालय ने आने वाले सोमवार से सभी विदेशियों के एयरपोर्ट के माध्यम से देश में प्रवेश करने पर रोक लगा दी है।
सोशल मीडिया पर ट्रम्प को फॉलो करने की वजह से उन्हें 2018 में दक्षिण अमेरिकी महाद्वीप का ट्रम्प कहा गया था। बोल्सोनारो सिर्फ नीतियों में ही नहीं, बल्कि विवादास्पद बयानों के मामले में भी ट्रम्प के काफी करीब माने जाते हैं। दोनों को महिलाओं के प्रति विवादित नजरिया रखने वाला नेता माना जाता है।
दो साल पहले बोल्सोनारो ने कहा था, “चुनाव में वोटिंग से देश में कुछ नहीं बदलेगा। असल बदलाव तभी आ सकता है अगर ब्राजील में गृहयुद्ध छिड़ जाए और उसमें राष्ट्रपति फर्नांडो के साथ 30,000 लोगों की मौत हो जाए।”
मानवाधिकार पर
ब्राजील में चली सैन्य तानाशाही की तारीफ करते हुए बोल्सोनारो ने 1999 में कहा था, “1964-85 के बीच पूरे सिस्टम में एक ही कमी रही कि तब लोगों को मारने के बजाय सिर्फ टॉर्चर किया जाता था। लेकिन, मैं टॉर्चर के पक्ष में हूं और लोग भी अपराधियों के टॉर्चर के पक्ष में हैं।”
2004 में एक बार फिर बोल्सोनारो ने टॉर्चर का पक्ष लिया, “ब्राजील की जेलें बेहतरीन जगह हैं। वे इसलिए बनाई गई हैं, ताकि अपराधी अपने पाप का हिसाब दे सकें, न कि एक स्पा की तरह यहां शान से अपनी जिंदगी काटें। जो लोग दुष्कर्म, अपहरण और हत्या जैसे काम करते हैं, उन्हें सजा मिलेगी, वे यहां छुट्टी के कैंप पर नहीं हैं।”