द लीडर। सभी पार्टियां यूपी चुनाव को लेकर अपनी पूरी ताकत झोंक चुकी है. वहीं सबकी नजरें अब भाजपा के घोषणा पत्र में टिकी हुई हैं. भाजपा के घोषणा पत्र का सभी को बेसब्री से इंतजार है. सपा ने पहले ही घोषणा कर दी है कि, भाजपा का घोषणा पत्र आने के बाद ही वह अपना संकल्प पत्र जारी करेंगे. वहीं, कांग्रेस ने भी स्पष्ट कर दिया है कि उनका घोषणा पत्र भी 9 फरवरी को आ जाएगा.
उत्तर प्रदेश के चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी जनता के लिए कल यानी 8 फरवरी संकल्प पत्र जारी करेगी. संकल्प पत्र बीजेपी राज्य मुख्यालय में जारी किया जाएगा. इस दौरान कार्यक्रम में गृह मंत्री अमित शाह, यूपी चुनाव प्रभारी धर्मेन्द्र प्रधान, सीएम योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर समेत कई नेता मौजूद रहेंगे.
भाजपा के घोषणा पत्र में ये मुद्दे
रविवार को स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन को देखते हुए भाजपा के घोषणा पत्र का ऐलान टाल दिया गया था. घोषणा पत्र में किसान, युवा, महिला सुरक्षा, स्वावलंबन और राष्ट्रवाद का मुद्दा हावी रहेगा. इसके अलावा बीजेपी बिजली बिल में राहत की बात कर सकती है.
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मेनिफेस्टो में ये हो सकता है खास
बीजेपी कल प्रदेश की जनता के सामने अपना संकल्प पत्र पेश करेगी. बीजेपी ने संकल्प पत्र बनाने के लिए वित्तमंत्री सुरेश खन्ना की अध्यक्षता में समिति गठित की थी. बिजली बिल को लेकर बंगाल में 200 यूनिट फ्री बिजली देने के वादे को यूपी में भी दोहराया जा सकता है.
कृषि को लेकर हो सकती है घोषणा
इसके अलावा नए रोजगार सृजन पर भी फोकस होगा. बीजेपी खासतौर से कृषि क्षेत्र को मिलने वाली बिजली को लेकर भी कोई महत्वपूर्ण वादा कर सकती है. खासतौर से जैविक खेती और जीरो बजट खेती के साथ ही कृषि उत्पादों के निर्यात की दिशा में आगे बढ़ने को लेकर कुछ घोषणाएं हो सकती है.
सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के एजेंडे पर बढ़ेगी बीजेपी
योगी सरकार का पूरा जोर कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा को लेकर रहा है. नए संकल्प पत्र में इस पर और जोर दिया जाएगा. महिला सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन से जुड़ी घोषणाओं के साथ ही भाजपा अपने नए संकल्प पत्र में सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के एजेंडे पर और आगे बढ़ती दिखाई देगी.
डिजिटल सेवाओं के विस्तार पर भी फोकस
योगी सरकार ने प्रदेश में शिक्षा को लेकर कई बदलाव किए हैं. नए संकल्प पत्र में इन शैक्षिक सुधारों और शिक्षा को रोजगार परक बनाने की दिशा में कुछ और वायदे करेगी.
डिजिटल सेवाओं के विस्तार, बाकी बचे जिलों में मेडिकल कॉलेज, जिन विश्वविद्यालयों और एक्सप्रेस-वे की नींव रखी गई है. उन्हें पूरा करने के साथ ही डिफेंस कॉरिडोर के लखनऊ, झांसी, आगरा, चित्रकूट नोड के काम को जमीन पर उतारने सहित कई अन्य बिंदुओं के इसमें शामिल रहने की संभावना है.
403 सीटों के लिए 7 चरणों में होंगे चुनाव
उत्तर प्रदेश में 403 सीटों के लिए 7 चरणों में चुनाव होंगे। जिसमें पहले चरण का मतदान 10 फरवरी को डाला जाएगा, दूसरे चरण का मतदान 14 फरवरी को, तीसरे चरण का मतदान 20 फरवरी को, चौथा चरण का मतदान 23 फरवरी को, पाँचवे चरण का मतदान 27 फरवरी को, छठे चरण का मतदान 3 मार्च को और सातवें चरण का मतदान 7 मार्च को होगा।
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