Ranchi : नौकरानी को आठ साल क़ैद में रखकर ज़ुल्म की इंतहां पार करती रही IAS की पत्नी और BJP नेता सीमा पात्रा

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Seem Patra Arrested Ranchi Police
नौकरानी पर ज़ुल्म करने वाली भाजपा नेता सीमा पात्रा.

द लीडर : रांची की उस आलीशान इमारत में हर रोज़ एक बेबस लड़की की चीखें गूंजती रहीं. लेकिन उसकी कमज़ोर आवाज़ कभी भी पहरे वाली चहारदीवारी पार नहीं कर पाई. पड़ोसियों ने भी कल्पना नहीं की होगी कि रिटायर्ड आईएएस अफ़सर महेश्वर पात्रा के घर में नौकरानी क़ैद है. उस पर झारखंड की कद्​दावर भाजपा नेता और पूर्व अफ़सर की पत्नी सीमा पात्रा रोज़ाना ज़ुल्म की हदें लांघ रही हैं. जिसे जानकर कोई भी इंसान सिहर जाए. रूह कांप उठे. और नौकरानी सुनीता के हक़ में बोलने को मज़बूर हो जाए. (Seem Patra Arrested Ranchi Police)

इंसानियत को शर्मसार करने वाली करतूत सामने आने के बाद भाजपा ने सीमा पात्रा को निलंबित कर दिया है. और बुधवार को रांची पुलिस ने उसे गिरफ़्तार कर लिया. जबकि कामवाली सुनीता रिम्स में भर्ती हैं. जहां उनका इलाज़ चल रहा है. झारखंड में ये घटना ऐसे वक़्त में सामने आई है, जब हाल ही में अंकिता को शाहरूख़ ने ज़िंदा जलाकर मार डाला था. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस हत्याकांड का स्पीडी ट्रायल कराकर इंसाफ़ दिलाने का आश्वासन दिया है. तो इसी बीच सुनीता के साथ हैवानियत की दूसरी घटना सामने आई गई.

सुनीता आदिवासी समुदाय से आती हैं. घरों में काम तलाशते हुए रांची के अशोक नगर स्थित अफ़सर के मकान में पहुंचीं. उन्हें काम तो मिल गया, घर से बाहर निकलने का कभी मौका नहीं मिला. आरोप है कि सीमा पात्रा ने सुनीता को 8 साल तक घर में कैद रखा. उनके साथ हैवानियत की. कभी गर्म तबे से पीटा, तो कभी रॉड से दांत तोड़ डाले. टॉयलेट तक ज़ुबान से साफ़ करवाया करती.


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सुनीता को भरपोट खाना नहीं मिला. उनकी वीडियो सामने आई है. एक लंबी-चौड़ी कद-कांठी की लड़की हड्डियों की ढांचे में सिमटकर रह गई. सामने के तीन-चार दांत टूटे हैं. शरीर पर अत्याचार के असंख्यक निशान हैं. मतलब, पूरा शरीर गर्म तबा, रॉड और पिटाकर दागा गया है. इतनी कमज़ोर हैं कि मुंह से आवाज़ भी ठीक से नहीं निकल पाती. आंखों में डर और दहशत के सिवा कुछ भी नहीं है. (Seem Patra Arrested Ranchi Police)

सुनीता के 164 के बयान दर्ज हो गए हैं. और उसके बाद ही सीमा पात्रा की अरेस्टिंग हुई. अभी उसकी बेटी को भी गिरफ़्तार किया जा सकता है. दरअसल, सीमा को कुछ दिन तक दिल्ली में सुनीता की बेटी के यहां रखा गया था.

कैसे आज़ाद हुईं सुनीता

अफ़सर के घर की क़ैद के दौरान हर रोज़ अत्याचार और प्रताड़ना में घुटती सुनीता को पिछले दिनों ही रेसक्यू किया गया था. दरअसल, एक सूचना पर प्रशासन के कान खड़े हुए और पूर्व अफ़सर के घर में छापा डालकर सुनीता को बरामद किया था.

अपनी गिरफ़्तारी के बाद सीमा पात्रा ने कहा कि उन्हें फंसाया जा रहा है, लेकिन पत्रकारों के उस सवाल का कोई जवाब नहीं दे सकीं कि आख़िर क्यों फंसाया जा रहा है. और लड़की घर से बरामद हुई है, जो ख़ुद अत्याचार की कहानी बयान कर रही है. फिर फंसाने का क्या तर्क है.

सुनीता प्रकरण में झारखंड सरकार भी विपक्ष और आलोचकों के निशाने पर है. इसलिए क्योंकि सुनीता को रेसक्यू करने के काफ़ी समय बाद तक सीमा पात्रा की गिरफ़्तारी नहीं हुई. लेकिन जब पूरे देश से सरकार की किरकिरी होना शुरू हुई तो सुनीता के बयान दर्ज कराने के बाद सीमा पात्रा को गिरफ़्तार किया गया. हालांकि इससे एक दिन पहले ही भाजपा ने फ़ौरन एक्शन लेते हुए सीमा पात्रा को पार्टी से निलंबित कर दिया था.

शिक्षाविद और वरिष्ठ पत्रकार दिलीप मंडल ने सोरेन सरकार से पूछा है कि सुनीता को सरकारी नौकरी, मुआवज़ा और घर कब मिलेगा. वहीं, आदिवासी एक्टिविस्ट और आदिवासी समाज के लिए काम करने वाले संगठन भी सुनीता के हक़ में आवाज़ बुलंद कर रहे हैं. लेकिन ये आवाज़ें आदिवासी समुदाय से आने वाले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पर शायद उतना असर नहीं कर रही हैं. हालांकि आलोचना के बाद सरकार ने आश्वस्त किया है कि सुनीता का बेहतर इलाज़ कराया जाएगा और उनकी हरसंभव मदद की जाएगी.


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