बरेली के नए एसएसपी ने सीओ पर की बड़ी कार्रवाई, रिश्वत प्रकरण में दोषी पाई गई सीओ मीरगंज डॉ. दीपशिखा अहिबरन

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द लीडर हिंदी: यूपी में जिला बरेली के नए एसएसपी अनुराग आर्य एक्शन मोड़ में है. चर्चित गोलीकांड और बैंक मैनेजर से लूट केस में अपराधियों पर सख्त कार्रवाई कर चुके हैं. वहीं, पुलिस महकमे के दागदार मातहतों को भी नहीं बख्श रहे. तीन दिन में सिपाही से चौकी इंचार्ज और अब सीओ पर बड़ी कार्रवाई कर दी. रिश्वत प्रकरण में दोषी पाए जाने पर सीओ डॉ. दीपशिखा अहिबरन को मीरगंज से हटा दिया है. सीओ को जिला मुख्यालय से अटैच कर दिया गया है. वहीं, सीओ बहेड़ी को मीरगंज का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया गया है. बता दें कि सीओ मीरगंज रही डॉ. दीपशिखा अहिबरन पर ईट भट्टा मालिक गांव तिलमासा निवासी रिफाकत अली ने दो लाख रुपये रिश्वत मांगने का आरोप लगाया था. उन्होंने तत्कालीन एसएसपी घुले सुशील चंद्रभान से शिकायत करते हुए आरोप लगाया था कि उनके ईंट भट्ठे पर जेसीबी से मिट्टी खोदकर कच्ची ईंटें बनाई जा रही थीं. तभी सीओ वहां पहुंच गईं थीं. ट्रैक्टर और जेसीबी थाने ले जाकर सीज कर दी थीं. वो कागज लेकर थाने पहुंचे तो उनसे पांच लाख रुपये की मांग की थी. एसएसपी ने मामले की जांच एसपी साउथ मानुष पारीक को सौंपी थी. एसपी साउथ की जांच में सीओ डॉ. दीपशिखा अहिबरन सिंह दोषी पाई गई. इस पर नए एसएसपी ने सीओ को मीरगंज से हटाकर मुख्यालय से अटैच कर दिया है. एसएसपी की कार्रवाई से पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. मामले की रिपोर्ट शासन को भेजी गई है. ऐसे में शासन स्तर से भी सीओ के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है.

इससे पहले एसएसपी ने गुरुवार को रामनगर चौकी इंचार्ज पवन कुमार को सस्पेंड कर दिया था. चौकी इंचार्ज पर खेत पर कब्जे के मामले में पीड़ित से अभद्रता करने और आरोपियों को लाभ पहुंचाने का प्रयास करने के आरोप लगे थे. वहीं, बुधवार को शेरगढ़ थाने में तैनात दो सिपाहियों निगम सिंह और गौरव शर्मा को सस्पेंड कर दिया था. दोनों छुट्टी लेकर गए थे. उसके बाद से ड्यूटी पर नहीं लौटे थे और न ही अधिकारियों को इसकी सूचना दी थी. फिलहाल, नए एसएसपी अनुराग आर्य ने पुलिसकर्मियों पर ताबड़तोड़ कार्रवाई करके साफ कर दिया है कि ड्यूटी के दौरान अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी. महकमे की छवि खराब करने वाले वर्दीधारी किसी भी सूर