द लीडर हिंदी : बरेली-रामपुर सीट के लिए भी शनिवार को वोट पड़े. नतीजे के लिए अभी तीन दिन इंतज़ार करना पड़ेगा.
लेकिन जिस तरह वोट पड़े हैं, उससे कौन जीत रहा है, यह साफ हो चुका है. (Bareilly Rampur Seat MLC Election 2022)
4880 वोट में जिसे ढाई हज़ार वोट मिलेंगे एमएलसी बन जाएगा.
अगर उम्मीदवारों की बात करे तो भाजपा और सपा दोनों ने वरिष्ठ नेताओं को मैदान में उतारा है.
कुंवर महाराज सिंह भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष के साथ संयोजक भी रहे हैं. (Bareilly Rampur Seat MLC Election 2022)
भाजपा ने उन्हें 2007 में सन्हा जो अब बिथरी चैनपुर सीट है, वहां से विधानसभा का चुनाव लड़े लेकिन जीत नहीं पाए.
इस बार जीत जाते हैं तो 15 साल बाद सक्रिय राजनीति में वापसी होगी.
वह रहने वाले फरीदपुर के बुधौली गांव के हैं, जबकि उनके खिलाफ रामपुर के गांव ककरव्वा में रहने वाले मशकूर अहमद मुन्ना ने ताल ठोंकी है.
वह 27 साल पहले जिला पंचायत के अध्यक्ष रह चुके हैं. यह कुर्सी उन्हें कांग्रेस में रहते मिला था.
अब मुहम्मद आज़म खां के क़रीबी के तौर पहचाने जाते हैं. (Bareilly Rampur Seat MLC Election 2022)
राजनीति बतौर छात्र नेता शुरू की और प्रधान बनकर जिला पंचायत अध्यक्ष तक पहुंचे.
अब फिर से राजनीतिक ताक़त हासिल करने के लिए प्रयास कर रहे हैं लेकिन सपा की सत्ता नहीं है, इसलिए उनकी मंशा पूरी होती नहीं दिख रही है.
बहरहाल इसका फैसला 12 अप्रैल को वोटों की गिनती के बाद हो जाएगा. फिलहाल चुनाव में भाजपा का पल्ला भारी दिख रहा है. वह सपा से यह सीट छीनती नज़र आ रही है. (Bareilly Rampur Seat MLC Election 2022)