द लीडर हिंदी : दरगाह आला हज़रत के मरकज़ी दारुल इफ़्ता से रबिउल अव्वल के चांद का एलान कर कर दिया गया है, जो शहादत नहीं मिल पाने के सबब तीन दिन से अटका हुआ था. लोग जानना चाहते थे कि ईद मिलादुन्नबी किस दिन मनाई जाएगी. दरअसल 4 सितंबर को जब चांद देखे जाने का आह्वान हुआ था, उस दिन आसमान पर बादल छा जाने और बारिश होने से चांद दिखाई नहीं दे सका था.
इस्लामी कैलेंडर के माह रबिउल अव्वल के चांद की शरई शहादत नहीं मिल पाई थी. क़ाज़ी-ए-हिंदुस्तान के दामाद जमात रज़ा-ए-मुस्तफ़ा के राष्ट्रीय महासचिव फ़रमान मियां ने बताया कि चांद की शहादत मिल गई है. यह शहादत प्रयागराग से आई है. उसके बाद मरकज़ी दारुल इफ़्ता की रोयत-ए-हिलाल कमेटी ने चांद का एलान कर दिया. गुज़री 5 सितंबर को चांद की पहली तारीख़ थी.
आज 7 सितंबर यानी चांद के एलान वाले दिन रबिउल अव्वल माह की 3 तारीख़ है. एस एतबार से ईद मिलादुन्नबी 16 सितंबर को पीर वाले दिन होगी. बरेली में 12 रबिउल अव्वल से एक दिन पहले शाम को पुराना शहर और अगले दिन कोहाड़ापीर से जुलूस-ए-मुहम्मदी निकाला जाएगा. उसके लिए तैयारियां तेज़ हो गई हैं. इसे लेकर पुलिस ने कोतवाली में जुलूस में शामिल होने वाली अंजुमनों के साथ बैठक बुलाई है.https://theleaderhindi.com/bareilly-student-hits-boy-with-stone-for-teasing-incident-captured-in-cctv/