द लीडर हिंदी: बांग्लादेश में जारी सियासी उठापटक के बीच राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने आदेश जारी कर देश की संसद को भंग कर दिया है.साथ ही देश की पूर्व PM खालिदा जिया को भी रिहा कर दिया गया है.बतादें मंगलवार को बांग्लादेश में प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने 3 बजे तक संसद भंग करने का अल्टीमेटम दिया था. उन्होंने कहा कि वे जल्द ही अंतरिम सरकार के लिए नामों का प्रस्ताव देंगे.वही राष्ट्रपति कार्यालय के प्रेस विंग की तरफ से भेजे गए नोटिस में मंगलवार को इस बात की जानकारी दी गई. इस नोटिस में बताया गया है कि तीनों सेनाओं के प्रमुखों, विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं, सिविल सोसाइटी के नुमाइंदों और छात्र आंदोलन के नेताओं की राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन के साथ हुई बैठक के बाद राष्ट्रीय संसद को भंग करने का फ़ैसला लिया गया है. इस संबंध में नोटिफ़िकेशन आज जारी किया जाएगा.
इस साल सात जनवरी को चुनाव के बाद इस संसद का गठन हुआ था. वहीं सोमवार को राष्ट्रपति ने एक आदेश जारी कर बीएनपी नेता ख़ालिदा ज़िया समेत कई विपक्षी नेताओं को नज़रबंदी से रिहा कर दिया था.बांग्लादेश में हालात बहुत ही ज्यादा खराब हो चुके है.लगातार हिंसा और लूटपाट का दौर जारी है.इसी बीच बांग्लादेश की संसद को भंग करने का फैसला लिया गया.बांग्लादेश की संसद को भंग कर दिया गया है. बांग्लादेश के राष्ट्रपति ने इसका ऐलान किया है. प्रदर्शनकारियों की यह प्रमुख मांग थी जिसे मान लिया गया है. प्रदर्शनकारियों ने शाम 3 बजे तक का समय दिया था और चेतावनी दी थी कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वे फिर से कड़ी कार्रवाई करेंगे. राष्ट्रपति कार्यालय ने इसकी पुष्टि की है. कार्यवाहक सरकार में नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस को बड़ी भूमिका दी जा सकती है.https://theleaderhindi.com/bharat-ratna-lal-krishna-advanis-health-worsens-again-admitted-to-apollo-hospital/