गोरखनाथ मंद‍िर के सुरक्षाकर्मियों पर हमला : आरोपी मुर्तज़ा समेत 2 जवान घायल, घटना के आतंकी कनेक्शन की जांच शुरू

0
544

द लीडर। गोरखनाथ मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार पर हमले की घटना से लोगों में खौफ का माहौल है. वहीं इस घटना का आतंकी कनेक्शन है या कोई साजिश, एटीएस के साथ ही गोरखपुर पुलिस जांच कर रही है। इससे पहले गोरखपुर में सीरियल ब्लास्ट हो चुका है। इस वजह से एटीएस इसे गंभीरता से ले रही है।

एडीजी जोन अखिल कुमार ने बताया कि, पुलिसकर्मियों ने धैर्य व साहस दिखाते हुए हमलावर को दबोच लिया। पुलिस के साथ ही सुरक्षा व खुफिया एजेंसियां सभी पहलू की जांच कर रही हैं। जल्द ही स्थिति साफ हो जाएगी।

आरोपी मुर्तज़ा समेत दो अन्य पुलिस वाले जख़्मी

गोरखनाथ मंदिर के बाहर तथाकथित नाटकीय हमले का एक वीडियो सामने आया. इसमें आरोपी हमलावर शख्स मुर्तजा समेत दो अन्य पुलिस वाले भी जख्मी हो गए हैं. सभी का स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा है. पुलिस ने आईपीसी की गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी से पूछताछ कर रही है. पुलिस आरोपी द्वारा दिए गए बयानों की छानबीन कर रही है.


यह भी पढ़ें: अगर मुसलमान देश का PM बना तो 50% हिंदुओं का होगा धर्मांतरण… यति नरसिंहानंद के विवादित बयान मामले पर 3 FIR दर्ज

 

पुलिसकर्मियों ने साहस व धैर्य से लिया काम

मंदिर के मुख्य प्रवेश द्धार पर ही गोरखनाथ थाना है। इसके बाद भी गेट के पास एक दारोगा समेत सात सुरक्षाकर्मियों की ड्यूटी रहती है। गेट पर असलहा के साथ मुस्तैद पीएसी के जवान गोपाल गौड़ व अनिल पासवान ने घायल होने के बाद भी आरोपित पर फायर नहीं किया।

शोर मचाने पर गेट के भीतर मौजूद पुलिसकर्मी व एलआइयू के जवान पहुंचे तो आरोपित ने उन्हें भी मारने के लिए दौड़ा लिया। मोर्चा के पास पुलिसकर्मियों ने हमलावर को घेर लिया लेकिन धैर्य से काम लिया, जिसकी वजह से कोई अनहोनी नहीं हुई।

घायल होने के बाद भी हमलावर पर नहीं किया फायर

पीएसी के जवानों को घायल करने के बाद मुर्तजा मंदिर के दक्षिणी गेट के अंदर दाखिल हुआ। गेट पर सुरक्षा-व्यवस्था में लगे उत्तर प्रदेश पुलिस के जवान अनुराग राजपूत व एलआइयू के सिपाही अनिल ने रोकने का प्रयास किया तो उन्हें भी दौड़ा लिया। साहस दिखाते हुए अनुराग दौड़ते हुए मोर्चा के पास पहुंचा।

वहां खड़े पीएसी जवान को असलहा थमा दिया। थोड़ी दूरी पर रखे बांस के टुकड़े को उठाकर हमलावर पर प्रहार कर अनिल की मदद से घेर लिया। गेट के पास बने मोर्चा पर तैनात सुरक्षाकर्मियों ने मौका मिलते ही आरोपित को दबोच लिया। तब वह भी घायल हो चुका था।

सिपाहियों के साहस और धैर्य की सराहना

घटना की जानकारी पाते ही पुलिस के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। घायल जवानों को गोरक्षनाथ चिकित्सालय ले गए। हमलावर को एसएसपी अपने साथ जिला अस्पताल ले गए। गोरखनाथ मंदिर पहुंचे डीआइजी जे. रविन्दर गौड व एसएसपी डा. विपिन ताडा ने दोनों सिपाहियों के साहस व धैर्य की सराहना की।

अल्लाहु अकबर का नारा लगाकर मंदिर में घुसने का प्रयास

रविवार देर शाम गोरखनाथ मंदिर में दो हमलावरों ने अल्लाहु अकबर का नारा लगाते हुए गोरखनाथ मंदिर में घुसने का प्रयास किया। जब उन्हें रोका गया तो उन्होंने सुरक्षा कर्मियों पर हमला बोल दिया।

सुरक्षा कर्मियों ने हमलावर को पकड़ लिया। पकड़े गए हमलावर के पास से लैपटाप, पैन कार्ड और एयरलाइंस का टिकट बरामद हुआ है। घटना के बाद गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है।

यह है पूरा मामला ?

गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा में लगे पीएसी सिपाहियों पर रविवार की शाम अराजक तत्व ने धारदार हथियार से हमला कर दिया। अल्लाहु अकबर का नारा लगाते हुए मंदिर में घुसने की कोशिश कर रहे हमलावर को सुरक्षाकर्मियों ने दाव के साथ दबोच लिया।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास गोरखनाथ मंदिर के मुख्य दक्षिणी गेट पर हुई सनसनीखेज वारदात में लहुलूहान दोनों सिपाहियों को गोरखनाथ चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। घटनास्थल से पुलिस को एक बैग मिला है जिसमें दाव, लैपटाप, पैन कार्ड और एयरलाइंस का टिकट है।

आसपास के इलाके में तलाशी जारी

पकड़ा गया आरोपित मोहम्मद मुर्तजा अब्बासी सिविल लाइंस के पार्क रोड स्थित अब्बासी नर्सिंग होम के पास का रहने वाला है। आइआइटी मुंबई से केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने वाले मुर्तजा के पिता से पुलिस पूछताछ कर रही है। हमलावर के साथ एक और युवक के होने की आशंका में गोरखनाथ मंदिर और आसपास के इलाके में तलाशी चल रही है।

हमलावर बोला, इसलिए किया हमला

जिला अस्पताल में भर्ती होने से पहले मीडिया से बातचीत में अहमद मुर्तजा ने बताया कि, वहां उसकी शादी हुई थी। पत्नी छोड़कर चली गई थी। नौकरी छूट गई थी। इससे वह अवसाद में रहता था। उसका कहना है कि, वह कई रातों से सो नहीं पाया था। परेशान चल रहा था। चाहता था कि, कोई उसे गोली मार दे। इस लिए उसने पुलिस वालों पर हमला किया था।


यह भी पढ़ें:  आवारा पशुओं का आतंक : फसलों की रखवाली के लिए रातभर जाग रहे किसान, आंखें मूंदे बैठा प्रशासन