द लीडर : असम के दरांग जिले में 800 घरों को बुल्डोजर चलाकर ढहा दिया गया है. अवैध अतिक्रमण पर सरकारी कार्रवाई में ये मकान ध्वस्त कर दिए गए. इससे सैकड़ों मुस्लिम बेघर हो गए हैं. जिले में भारी बारिश हो रही है. और इनके सिरों से छत गए है. बारिश से बच्चों को बचाने के लिए लोग तरपाल और टीन-शैड का सहारा लिए हैं. इसका वीडियो वायरल होने पर सरकार की आलोचना हो रही है. (Assam 800 Muslim Evicted)
ये एक्शन सिपाझर इलाके में हुआ है. जहां करीब 4500 बीघा जमीन खाली कराई गई है. यहां आबाद चार धार्मिक स्थल और प्राइवेट संस्थान भी ढहा दिए गए. पुलिस बल और पैरा मिलिट्री फोर्सेज की मौजूदगी में ये कार्रवाई की गई है. इसको लेकर कांग्रेस ने सरकार पर निशाना साधा है.
कांग्रेस सांसद अब्दुल खलीक ने सरकार की कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए, गौहाटी हाईकोर्ट का एक आदेश साझा किया है. खलीक ने कहा कि, उच्च न्यायालय ने संक्रमण काल में किसी भी तरह की बेदखली कार्रवाई से बचने की बात कही थी. ये आदेश चीफ जस्टिस की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने दिया. इसके बावजूद सरकार ने ऐसा कदम उठाया है.
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अवैध अतिक्रमण पर ये एक्शन मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा सरकार के उस वादे का हिस्सा माना जा रहा है. जिसमें उन्होंने राज्य की 77,000 बीघा जमीन को अवैध कब्जा मुक्त कराकर युवाओं को रोजगार देने की बात कही थी.
Considering the COVID-19 Pandemic, a full bench of Hon'ble Gauhati High Court headed by Chief Justice, vide its order dated 10.05.2021 has ordered that any decree for eviction/ dispossession or demolition should remain in abeyance . pic.twitter.com/iJfaSR3q89
— Abdul Khaleque (@MPAbdulKhaleque) June 9, 2021
लेकिन आपदाकाल और हाईकोर्ट के आदेश के बीच हुई कार्रवाई आलोचना का सबब बन गई है. एक्टिविस्ट अखिल गोगोई ने कहा कि, ”हम अमानवीय तरीके से की गई बेदखली की निंदा करते हैं.” पार्टी के अशरफुल इस्लाम ने कहा कि हमारी मांग है कि, बेदखली से पहले सरकार उनके पुनर्वास की व्यवस्था करे. (Assam 800 Muslim Evicted)
दरांग जिला असम के उत्तर-पश्चिम क्षेत्र में बसा है. उत्तर में भूटान है. डाफला पहाड़ियां और दक्षिण में ब्रह्मपुत्र नदी. जहां बंगाली समुदाय के मुस्लिम भी आबाद हैं. जो इस सरकारी कार्रवाई का निशाना बने हैं.
असम सरकार की इस कार्रवाई को लेकर मुस्लिम एक्टिविस्ट सक्रिय हो गए हैं. और इसको लेकर मुस्लिम नेताओं से भी सवाल पूछे जा रहे हैं. राज्य में मौलाना बदरुद्दीन अजमल मुस्लिमों के बड़े नेताओं में से एक माने जाते हैं. उन्हें भी टैग करके, सरकार से इनके पुनर्वास किए जाने की मांग, उठाने की अपील की जा रही है. (Assam 800 Muslim Evicted)