द लीडर हिंदी : लोकसभा चुनाव 2024 पूरा होने के बाद अब यूपी में उपचुनाव को लेकर तैयारियां शुरू हो गई है. इसको लेकर बीजेपी, सपा के साथ ही अब बहुजन समाज पार्टी ने भी कमर कस ली है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने उपचुनाव लड़ने का एलान कर दिया है. बसपा ने सभी सीटों पर उम्मीदवार उतारने के साथ ही दमदारी से चुनाव लड़ने की बात कहीं है. रविवार को बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने ऐलान किया कि निकट भविष्य में राज्य की 10 रिक्त विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनावों में उनकी पार्टी अपने उम्मीदवार उतारेगी और पूरे दमखम से चुनाव लड़ेगी.
लखनऊ के मॉल एवेन्यू स्थित प्रदेश कार्यालय में मायावती ने पार्टी की उत्तर प्रदेश इकाई के सभी वरिष्ठ पदाधिकारियों और जिलाध्यक्षों की एक समीक्षा बैठक में उपचुनाव लड़ने की घोषणा की. अमूमन उपचुनावों से दूर रहने वाली बसपा ने इस उपचुनाव को पूरे दमखम से लड़ने का फैसला किया है. वही बसपा मुख्यालय की तरफ से जारी एक बयान में मायावती ने कहा है, ”लोकसभा चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश में रिक्त हुई 10 विधानसभा सीटों पर प्रस्तावित उपचुनावों के लिए अभी चुनाव की तारीख की आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है, लेकिन इसे लेकर सरगर्मी लगातार बढ़ रही है.”यहीं नहीं मायावती ने ये भी कहा कि ”खासकर सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसकी सरकार द्वारा इसे (उपचुनाव) प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लेने के कारण इन उपचुनावों में लोगों की रुचि काफी बढ़ी है. बसपा ने भी इन उपचुनावों में सभी (10) सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने और पूरे दमखम के साथ लड़ने का फैसला किया है”
रविवार बैठक के दौरान बसपा सुप्रीमो ने पार्टी के जनाधार को बढ़ाने के लिए पिछली बैठक में दिए गए दिशा-निर्देशों की प्रगति रिपोर्ट भी ली. साथ ही आगामी उपचुनाव में पार्टी के बेहतर प्रदर्शन के लिए जमीनी तैयारियों को परखा.उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि यूपी समेत पूरे देश में गरीबी, बेरोजगारी, महंगाई व पिछड़ेपन आदि को रोक पाने में सरकार की विफलता के कारण लोगों में आक्रोश है. इन मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए विध्वंसक बुलडोजर राजनीति सहित जाति व धार्मिक उन्माद एवं विवाद पैदा करने का षडयंत्र जारी है.
बैठक में उपचुनाव की तारीखों की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई
बतादें बैठक में मायावती ने कहा कि अभी उपचुनाव की तारीखों की आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है. लेकिन इसको लेकर सरगर्मी लगातार बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि खासकर रूलिंग पार्टी बीजेपी और प्रदेश सरकार ने उपचुनाव को प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया है, जिसके कारण लोगों की रुचि काफी बढ़ी हुई है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने बैठक में कहा कि बीएसपी ने उपचुनाव की सभी 10 सीटों पर चुनाव दमदारी से लड़ने का फैसला लिया है.उन्होंने कहा कि बसपा गरीबों, शोषितों और पीड़ितों की पार्टी है.बसपा दूसरी पार्टियों की तरह बड़े बड़े पूंजीपतियों और धन्नासेठों के सहारे और इशारे पर चलने वाली पार्टी नहीं है.https://theleaderhindi.com/sisodia-in-full-action-mode-as-soon-as-he-came-out-of-jail-took-charge-of-delhi-assembly-elections-big-meeting-this-evening/