अमेरिका का शहर वर्लिंगटन साइकिल चोरों से परेशान, पुलिस ने छोड़ी नौकरी, लोगों ने बनाए फेसबुक ग्रुप

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The leader Hindi: 9 साल पहले आजम खां के तबेले में से चोरी हुईं भैंसों का मामला तो आपको याद ही होगा, उस समय रामपुर से लेकर लखनऊ तक सरकारी अमला हिल गया था। यहां तक कि एक चौकी इंचार्ज और 2 इंस्पेक्टर सस्पेंड भी ही गए थे क्योंकि उन्होंने सपा नेता आजम खां की गायब हुई भैंसों को ढूढने में देरी की थी, अब ये हो गई इंडिया की बात, जहां आखिरकार पुलिस अधिकारी आजम खां की भैंस ढूंढने में सफल हुए थे, पर अमरीकन पुलिस ने साइकिल चोरी होने के मामले से ही हाथ खड़े कर लिए।

आपको पूरा मामला समझाते हैं,
कनाडा की सीमा के पास 45 हजार की आबादी वाला अमेरिका का एक शहर साइकिल चोरों से परेशान है। पिछले कुछ महीनों से साइकिल चोरी की घटनाएं यहां रोज की ही बात हैं। घरों, गैराज, बाजार हर कहीं से साइकिलें चोरी हो रही हैं। कई साइकिलें तो 6-6 बार तक चोरी हुई हैं। आलम ये है कि यूनिवर्सिटी ऑफ वरमाउंट ने अपने छात्रों को साइकिल चोरी से सावधान रहने को कहा है।विश्वविद्यालय के छात्रों की जून से अब तक 220 साइकिलें चोरी हुई हैं, जिनकी कीमत करीब ढाई करोड़ रुपए है। चोर को पकड़ने के लिए शहर के लोगों ने अपनी साइकिलों में GPS ट्रैकर लगवा लिए हैं और घरों में CCTV कैमरेसाइकिल चोरी की वारदातें इतनी ज्यादा हैं कि पुलिस वाले भी तंग आ चुके हैं। वे अपना ट्रांसफर दूसरे विभागों में करवा रहे हैं। कुछ ने तो नौकरी ही छोड़ दी है। दूसरे विभागों से पुलिसकर्मी यहां आने को तैयार नहीं हैं।


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जब पुलिस साइकिल चोरी की घटनाओं का खुलासा नहीं कर सकी तो शहर के लोगों ने अपने स्तर पर चोरों को पकड़ने और साइकिल बरामद करने के लिए फेसबुक ग्रुप बना लिए है।शहर की 4% आबादी इस फेसबुक ग्रुप से जुड़ी हुई है। शहर की पूर्व मेयर जूली विलियम्स बेट्टी साइकिल कंपनी चलाती हैं। वे बताती हैं कि उनके पास साइकिल चोरी होने के रोज 5-6 फोन आते हैं। वे खुद सोशल मीडिया ग्रुप से जुड़ गई हैं। पुलिस का कहना है कि 30 साल में इस शहर में एक भी गोलीबारी की घटना नहीं हुई थी, लेकिन लगातार साइकिल चोरी की वारदातों के बाद जब से लोग खुद ही पुलिसिंग करने लगे हैं, शहर में अपराध बढ़े हैं।

इन कुछ महीनों में गोलीबारी की 25 वारदातें हो चुकी हैं, जिनमें 4 जानें भी चली गईं। बर्लिंगटन में साइकिलें खूब चलाई जाती हैं। ज्यादातर घरों में एक से ज्यादा साइकिलें हैं। शहर में साइकिल स्टोर भी औसत से ज्यादा हैं। लोगों के जागरूक होने और एक-दूसरे की मदद करने से चोरी हुई बहुत सारी साइकिलें कई बार मिल जाती हैं। कई बार पास के जंगल में पड़ी मिलीं तो कभी किसी बाजार में लावारिस खड़ी।कुछ लोगों का मानना है कि शहर के अवैध ड्रग मार्केट में पहचान छिपाकर जाने के लिए लोगों के घरों, गैराज या स्टैंड से साइकिलें चुराई जा रही हैं। कई साइकिलें वहां से बरामद भी हुई हैं। हालांकि पिछले कुछ महीनों में अचानक से साइकिल चोरी होने की वारदातों की असली वजह नहीं पता चल सकी है।

 

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