ऑल्ट न्यूज़ के मोहम्मद जुबैर को इन इल्जामों के तहत किया गिरफ्तार : समर्थन में विपक्ष, भाजपा ने बताया ‘जिहादी’

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द लीडर। ऑल्ट न्यूज के सह संस्थापक मोहम्मद जुबैर को दिल्ली पुलिस सोमवार को गिरफ्तार कर दिया। इसके साथ ही जुबैर को एक दिन की रिमांड पर लिया गया है। मोहम्मद जुबैर पर देश की छवि खराब करने और धार्मिक भावनाओं को भड़काने का इल्जाम लगा है। मोहम्मद जुबैर पर जानबूझकर दंगे भड़काने का भी आरोप लगा है।

जुबैर उस वक्त चर्चा में आए जब पैगंबर मोहम्मद विवाद में नुपूर शर्मा को लेकर उन्होंने एक ट्वीट किया था। पैगंबर मोहम्मद पर विवादित बयान देने के बाद भाजपा से निष्कासित नुपूर शर्मा ने इस पूरे मामले में मोहम्मद जुबैर को दोषी बताते हुए उनका एडिटेड वीडियो वायरल करने का इल्जाम लगाया था। इस मामले के तूल पकड़ने के बाद कई हिंदूवादी संगठनों ने जुबैर के खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाते हुए केस दर्ज करवाया था।


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मोहम्मद जुबैर पर क्या हैं इल्जाम ?

  • दिल्ली पुलिस ने फैक्टचेकर वेबसाइट ऑल्ट न्यूज के को-फाउंडर मोहम्मद जुबैर को गिरफ्तार कर लिया है।
  • मोहम्मद जुबैर पर जानबूझकर दंगे के लिए उकसाने और धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगा है।
  • मोहम्मद जुबैर ने कुछ दिन पहले एक ट्वीट में यति नरसिंहानंद, महंत बजरंग मुनि और आनंद स्वरूप को घृणा फैलाने वाला कहा था। इस मामले में भी उनके खिलाफ केस दर्ज करवाया गया था।
  • भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपर शर्मा ने आरोप लगाया था कि, उन्हें रेप और हत्या की धमकियां दी जा रही हैं। नूपुर शर्मा ने कहा था कि, अगर उन्हें या उनके परिवार को कुछ होता है तो इसके जिम्मेदार मोहम्मद जुबैर होंगे।
  • कई हिंदूवादी संगठनों ने जुबैर के खिलाफ देश के कई हिस्सों में धार्मिक भावनाएं आहत करने के इल्जाम में मुकदमा दर्ज कराया था।
  • मोहम्मद जुबैर पर हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ पोस्ट करने और उनका अपमान करने का भी आरोप है।

मोहम्मद जुबैर, दक्षिणपंथी समूहों, भाजपा और मीडिया चैनलों के खिलाफ लगातार लिखते हैं बोलते रहते हैं। मीडिया चैनलों की खबरों की आलोचना करते हैं। पिछले माह 26 मई को ज्ञानवापी मस्जिद विवाद पर एक निजी समाचार चैनल की एक बहस की आलोचना करते हुए उन्होंने ट्वीट किया था कि, हमें एक समुदाय और धर्म के खिलाफ बोलने के लिए धर्म संसद के आयोजकों यति नरसिंहानंद सरस्वती, महंत बजरंग मुनि और आनंद स्वरूप जैसे नफरत फैलाने वाले लोगों की जरूरत नहीं है, क्योंकि हमारे पास पहले से ही ऐसे न्यूज एंकर्स मौजूद हैं जो यह काम स्टूडियो से बैठकर कर रहे हैं।

कौन हैं मोहम्मद जुबैर ?

बैंगलुरु के रहने वाले मोहम्मद जुबैर डिजिटल न्यूज प्लेटफॉर्म ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक हैं। अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल पर जुबैर ने खुद को ऑल्ट न्यूज के सह-संस्थापक के अलावा न्यूज एनालिस्ट और फैक्ट चेकर बताया है। उनका दावा है कि वह गलत, फेक और प्रोपगैंडा फैलाने वाली खबरों का फैक्ट चेककर उसकी असलीयत बताते हैं।

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर मोहम्मद जुबैर की एक बड़ी फैन फलोइंग है। इंस्टाग्राम पर जुबैर के लगभग 26.3 हजार फॉलोअर्स हैं। वहीं ट्विटर प्रोफाइल में उनके 547.7 हजार फॉलोअर्स हैं। ऑल्ट न्यूज भारत के लगभग सभी बड़े-छोटे मीडिया हाउस की खबरों का फैक्टचेक करता रहता है। उसने कई बड़े फेक न्यूज के खुलासे किए हैं।

ऑल्ट न्यूज के इस काम की देश ओर विदेशों तक में सराहना की गई है। मोहम्मद जुबैर ने हिंदू देवी-देवताओं के खिलाफ पोस्ट करने का आरोप लगने के बाद अपना फेसबुक अकाउंट डिलीट कर दिया था।

जुबैर IPC की धारा 153 और धारा 295 के तहत गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस ने मोहम्मद जुबैर को आईपीसी की धारा 153 और धारा 295 के तहत गिरफ्तार किया है. धारा 295- किसी भी वर्ग के व्यक्तियों के धर्म का अपमान करने से जुड़ी है, वहीं धारा 153 धर्म, मूलवंश, भाषा, जन्म-स्थान, निवास-स्थान, इत्यादि के आधारों पर विभिन्न समूहों के बीच शत्रुता का बढ़ाने और सौहार्द्र को भंग करने वाले काम करने से जुड़ी है।

दिल्ली पुलिस ने बताया कि, पर्याप्त सबूत होने की वजह से उन्हें गिरफ्तार किया गया। मोहम्मद जुबैर को रिमांड में लेने के लिए उन्हें ड्यूटी मैजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया था। यति नरसिंहानंद और अन्य के खिलाफ ट्वीट के मामले में दर्ज केस के विरोध में मोहम्मद जुबैर ने इलाहाबाद हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी। हालांकि, हाई कोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर दिया था।

कोर्ट ने कहा था कि प्रथम दृष्टया यह लगता है कि जुबैर पर मामला बनता है ऐसे में केस को खारिज नहीं किया जा सकता है। भाजपा ने जुबैर को बताया जिहादी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने आरोप लगाया कि, कथित तौर पर धार्मिक भावनाएं आहत करने को लेकर गिरफ्तार पत्रकार एवं ऑल्ट न्यूज़ के सह-संस्थापक मोहम्मद ज़ुबैर एक जिहादी है, जिसने हिंसा भड़काई।

भाजपा नेता का राहुल गांधी पर निशाना

दरअसल, नूपुर शर्मा प्रकरण के समय जुबैर के ट्वीट्स पर काफी लोगों ने आपत्ति जताते हुए निंदा की थी। कुछ लोगों ने दिल्ली पुलिस से उन्हें तुरंत गिरफ्तार करने की मांग की थी।

भाजपा महासचिव सीटी रवि ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया, ‘उन्होंने (राहुल गांधी) महाराष्ट्र में एक साधारण फेसबुक पोस्ट के लिए एक मराठी अभिनेत्री की फासीवादी एमवीए सरकार द्वारा गिरफ्तारी का विरोध नहीं किया। जब राजस्थान में महिलाओं और बच्चों के साथ बलात्कार हुआ, उन्होंने अपना मुंह बंद रखा लेकिन वह एक जिहादी के लिए आंसू बहा रहे हैं, जिसने हिंसा भड़काई।’


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एक आवाज बंद करोगे तो हजार आवाजें और उठेंगी- राहुल

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि, भाजपा की घृणा, कट्टरता और झूठ को बेनकाब करने वाला हर एक व्यक्ति उनके लिए खतरा है. सच्चाई की एक आवाज को गिरफ्तार करने से हजार आवाजें और उठेंगी. सच्चाई की हमेशा जीत होती है।

डिजिपब ने जुबैर की गिरफ्तारी की निंदा की

इधर, डिजिटल समाचार मीडिया संगठनों के एक निकाय ने सोमवार को मोहम्मद जुबैर की गिरफ्तारी की निंदा की और दिल्ली पुलिस से मामला तुरंत वापस लेने को कहा।

डिजिपब ने कहा कि, एक लोकतंत्र में, जहां प्रत्येक व्यक्ति को बोलने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का प्रयोग करने का अधिकार है, यह अनुचित है कि ऐसे कड़े कानूनों का इस्तेमाल पत्रकारों के खिलाफ हथियार के रूप में किया जा रहा है, जिन्हें देश के संस्थानों के दुरुपयोग के खिलाफ प्रहरी की भूमिका निभाने की भूमिका दी गई है।’

इन नेताओं ने भी की जुबैर की गिरफ्तारी की निंदा

वहीं तृणमूल कांग्रेस के नेता डेरेक ओ ब्रायन, पार्टी सांसद महुआ मोइत्रा, TRS, AIMIM के नेता असदुद्दीन ओवैसी ने भी जुबैर की गिरफ्तारी की निंदा की है। सोशल मीडिया पर लोग दो गुटों में बंट गए हैं। एक तरफ जुबैर को सपोर्ट करने वाले हैं तो दूसरी तरफ गिरफ्तारी को सही बताया जा रहा है।

जुबैर की गिरफ्तारी अत्यंत निंदनीय- ओवैसी

एआईएमआईएम प्रमुख असदउद्दीन ओवैसी ने मोहम्मद जुबैर की गिरफ्तारी की आलोचना किया है। ओवैसी ने ट्वीट कर कहा कि, मोहम्मद जुबैर की गिरफ्तारी अत्यंत निंदनीय है। उन्हें किसी अज्ञात एफआईआर में गिरफ्तार किया गया है। यह नियत प्रक्रिया का पूरी तरह से उल्लंघन है।

अशोक पंडित ने शेयर किया ‘हनुमान होटल’ वाला ट्वीट

जुबैर की गिरफ्तारी के बाद उनके कई पुराने ट्वीट के स्क्रीनशॉट शेयर हो रहे हैं। लोग कह रहे हैं कि, जैसा उन्होंने एक समुदाय के लिए लिखा क्या दूसरे किसी समुदाय के लिए लिख सकते हैं। फिल्म निर्माता अशोक पंडित ने जुबैर के 2018 में किए एक ट्वीट का स्क्रीनशॉट शेयर किया है।

इसमें 2014 से पहले और बाद को लेकर होटल में बदलाव को दिखाया गया है। इस पर काफी लोग आहत हुए थे। बताया जा रहा है कि इसी ट्वीट पर हुई एफआईआर पर गिरफ्तारी हुई है।

हालांकि, ऑल्ट न्यूज के एक अन्य को-फाउंडर प्रतीक सिन्हा ने ट्वीट में लिखा मोहम्मद जुबैर को एक अलग मामले में पूछताछ के लिए दिल्ली बुलाया गया था, लेकिन इस मामले में उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। सिन्हा ने आरोप लगाया कि, उन्हें जरूरी नोटिस नहीं दिया गया था। उन्होंने ट्वीट किया कि, बार-बार अनुरोध के बावजूद हमें एफआईआर की कॉपी नहीं दी जा रही है।

फिलहाल, दिल्ली पुलिस का कहना है कि, पर्याप्त सबूत होने के बाद मोहम्मद जुबैर को गिरफ्तार किया गया है। धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप में गिरफ्तार जुबैर को एक दिन की पुलिस हिरासत में भेजा गया है।


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