द लीडर हिंदी: गुरुवार 1 फरवरी को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के मौजूदा कार्यकाल का आखिरी अंतरिम बजट पेश किया.इस बजट में ज्यादा कुछ खास नहीं दिखा. महिलाओं किसान और पीएम आवास योजना पर ज्यादा ध्यान दिया गया है. आज पेश हुआ बजट विपक्ष के निशाने की भेट चढ़ा.
इस बजट को लेकर समाजवादी पार्टी, कांग्रेस ने अपनी अपनी प्रतिक्रियाएं दी है. अखिलेश यादव ने इसे बीजेपी की विदाई का बजट बताया है. तो वही कांग्रेस ने बजट को निराशा जनक बताया है.
वही सोशल मीडिया पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने लिखा की. ‘कोई भी बजट अगर विकास के लिए नहीं है और कोई भी विकास अगर जनता के लिए नहीं है तो वो व्यर्थ है. भाजपा सरकार ने जनविरोधी बजटों का एक दशक पूरा कर एक शर्मनाक रिकार्ड बनाया है, जो फिर कभी नहीं टूटेगा क्योंकि अब सकारात्मक सरकार आने का समय हो गया है. यह बीजेपी की ‘विदाई बजट’ है.
जनता के हाथ निराशा लगी
कांग्रेस प्रवक्ता अंशू अवस्थी ने बताया कि हर साल की तरफ इस बार भी देश की जनता को मोदी सरकार द्वारा पेश बजट से निराशा हाथ लगी है. इस बजट से देश समझ गया है कि बीजेपी के पास देश के युवाओं, किसानों, आम आदमी, और महिलाओं के लिए काम करने की कोई नियत और इच्छा शक्ति और नियत नही है.
2024 में मोदी सरकार की विदाई पक्की हो गई है. इस बार भी देश के युवाओं, किसानों और मध्यवर्ग को धोखा दिया गया है. वादा कर वोट देश के युवाओं से नौकरियों के नाम पर लिया गया था. लेकिन काम सिर्फ उद्योगपतियों के लिए हुआ है. निजीकरण कर 14 लाख करोड़ कर्ज पूंजीपतियों का माफ हुआ.
जब आएगी नई सरकार..तो जुलाई में आएगा पूरा बजट
गौरतलब हो कि मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतरिम बजट आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश किया. इसके बाद नई सरकार आने पर जुलाई में पूर्ण बजट पेश किया जाएगा.इस बात को उन्होंने ने अपने भाषण में स्पष्ट किया.