द लीडर हिंदी: 18वीं लोकसभा के चौथे दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने दोनों सदनों- लोकसभा और राज्यसभा को संयुक्त रूप से संबोधित किया.राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण में भारत की अर्थव्यवस्था को तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बनाने की बात कही गई. पीएम नरेंद्र मोदी की सरकार भारत को तीसरी अर्थव्यवस्था बनाने की उम्मीद जताती रही है. राष्ट्रपति के अभिभाषण में भी यही बात फिर सुनाई दी. इस दौरान राष्ट्रपति ने सरकार के कामकाज का खाका पेश किया. अब इस पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी के कन्नौज से सांसद अखिलेश यादव ने पहली प्रतिक्रिया दी है. इस बारे में मीडिया ने अखिलेश यादव से भी सवाल किया.
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अखिलेश यादव ने कहा, ”सरकार का भाषण था. जब सरकार ये दावा करती है कि तीसरे नंबर की अर्थव्यस्था बन जाएगी तो किसान क्यों दुखी है, किसान क्यों संकट में है.वो बोले, ”जो दुनिया की पांचवीं अर्थव्यवस्था बनने की जो कहानी बताई जा रही है, क्या हमारा किसान भी उसी तरह से खुशहाल हो गया है. अगर हम पांचवें नंबर की अर्थव्यवस्था हैं तो इतने बड़े पैमाने पर नौजवान बेरोज़गार क्यों हैं. उनके हाथ में नौकरी क्यों नहीं है. फिर अग्निवीर जैसी व्यवस्था आधी अधूरी क्यों लागू करनी पड़ रही है.’
अखिलेश यादव सवाल उठाते हैं, ”महंगाई क्यों है इतनी. जिस तरह निवेश को लेकर बड़े सपने दिखाए, निवेश है कहां. कुछ लोगों की ग्रोथ से देश की ग्रोथ नहीं हो सकती. कुछ लोगों की ग्रोथ से हम पांचवें नंबर की अर्थव्यवस्था बन सकते हैं. मगर 10 साल में जिनका सबसे ज़्यादा उत्पीड़न हुआ, उसके लिए क्या है सरकार का.”