द लीडर हिंदी: बिहार में सियासी बदलाव के बीच कल लैंड फॉर जॉब स्कैम मामले में ईडी ने आरजेडी चीफ लालू यादव से पूछताछ की. वही आज ईडी पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव पूछताछ करने वाली है. नौकरी के बदले जमीन घोटाला मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सवालों का जवाब देने के लिए तेजस्वी यादव पहुंचे चुके हैं.
बता दें तेजस्वी यादव अपने आवास से सीधा ईडी के दफ्तर पहुंचे. यहां राजद समर्थकों ने उनकी गाड़ी को घेर लिया और उनके समर्थन में नारेबाजी करने लगे. काफी दिक्कतों के बाद तेजस्वी यादव ईडी के दफ्तर पहुंचे. तेजस्वी नौकरी के बदले जमीन घोटला मामले में ईडी के सवालों का जवाब देंगे. मिली जानकारी के मुताबीक बताया जा रहा है ईडी की टीम ने तेजस्वी से पूछने के लिये 60 से ज्यादा सवालों की लिस्ट तैयार की है.
कल लालू प्रसाद से हुई थी लंबी पूछताछ
सोमवार को एक दिन पहले लालू प्रसाद यादव को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के पटना स्थित दफ्तर में पेश होना पड़ा था. सोमवार को भी राजद समर्थक ईडी दफ्तर के बाहर जुट गए थे और केंद्र सरकार के विरोध में नारेबाजी करने लगे थे, राजद समर्थकों ने आरोप लगाया कि लालू यादव बीमार हैं.
उन्हें जान बूझकर परेशान करने की कोशिश हो रही है. करीब नौ घंटे से ज्यादा तक जब लालू यादव से पूछताछ हुई तो बाहर यह डर कायम था कि कहीं उन्हें गिरफ्तार तो नहीं कर लिया जाएगा. दरअसल, नौकरी के बदले जमीन घोटाला केस में पूछताछ के लिए लालू प्रसाद और उनके बेटे तेजस्वी यादव को पूछताछ के लिए बुलाया था. लालू को 29 जनवरी और तेजस्वी यादव को 30 जनवरी को पेश होने कहा गया था.
17 लोगों पर लगा आरोप
बता दें आरोप है कि रेल मंत्री रहते हुए लालू यादव इस घोटाले में शामिल थे. यह घोटाला 2004 से 2009 के बीच किया गया था, जहां कई लोगों को रेलवे के विभिन्न जोनों में ग्रुप-डी के पदों पर नौकरियां दी गई थीं. बदले में इन लोगों ने अपनी जमीन तत्कालीन रेलवे मंत्री लालू यादव के परिवार के सदस्यों और एक संबंधित कंपनी एके इंफोसिस्टम के नाम कर दी थी. जमीन के बदले नौकरी घोटाले मामले में राष्ट्रीय जनता दल के सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव समेत 17 लोगों को आरोपी बनाया गया था