द लीडर हिंदी : यूपी में ज़िला बरेली से कानपुर तक दो मामले दीन की गलियों से शिक्षा के गलियारों तक मौज़ू-ए-बहस हैं. बरेली में सेंथल कस्बे के आज़ाद नौरंग इंटर कालेज में छह दिन पहले कक्षा नौ के एक छात्र को दाढ़ी रखने पर टोक दिया. प्रिंसीपल पर इल्ज़ाम है कि उन्होंने छात्र से कह दिया कि दाढ़ी कटाकर ही कॉलेज आना. छात्र के बड़े भाई कॉलेज पहुंचे तो उनकी प्रिंसीपल की बहस हो गई. नियमों से शुरू हुई बात मज़हब तक पहुंच गई. फिर शिकायत डीएम तक पहुंच गई है. दाढ़ी के मसले पर दरगाह आला हज़रत से जुड़े संगठन आंदोलित हैं. ज़िला विद्यालय निरीक्षक देवकी सिंह जांच करा रहे हैं. उनका कहना है कि रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई होगी.
दूसरा मामला कानपुर के बिल्हौर में सामने आया है. क़स्बे की तीन छात्राएं हिजाब में कॉलेज पहुंची तो टीचर ज्योति ने उनसे हिजाब हटाने के लिए कहा. छात्राओं ने इन्कार कर दिया. तब उनसे कह दिया गया कि उन्हें कॉलेज तय ड्रेस में ही आने दिया जाएगा. छात्राओं के रुख़ को देखते हुए प्रधानाचार्य ने तीनों के प्रवेश पर रोक लगा दी. छात्राओं के पैरेंट्स को भी बुलाया गया. बहस हुई और आख़िरकार लिखकर देने पर कि छात्राएं हिजाब लगाकर नहीं आएंगी, 12वीं की तीनों छात्राओं को कॉलेज में प्रवेश दे दिया गया. बहरहाल रहन-सहन, पहनावे और खानपान के अंतहीन विवाद हैं. इन पर बहस चल रही और शायद आगे भी चलती रहेगी. फिलहाल समाधान होता नहीं दिख रहा है.