आफताब पूनावाला का पॉलीग्राफ टेस्ट शुरू, दिल्ली की रोहिणी फोरेंसिक लैब में किया जा रहा टेस्ट

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The leader Hindi: आरोपी आफताब अमीन पूनावाला का मंगलवार से पॉलीग्राफी टेस्ट शुरू हो गया है। बता दे सच जानने के लिए यह जांच होती है। इसमें करीब एक हफ्ते का समय लगता है। न्यूज एजेंसी के मुताबिक, यह टेस्ट दिल्ली की रोहणी फोरेंसिक लैब में किया जा रहा है। इससे पहले मंगवार सुबह साकेत कोर्ट ने आफताब की पुलिस रिमांड 4 दिन बढ़ा दी। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उसकी पेशी हुई। यह उसकी दूसरी वर्चुअल पेशी थी। कोर्ट ने आफताब को परिवार से मिलने की इजाजत भी दे दी है। लीगल न्यूज वेबसाइट बार एंड बेंच और कुछ दूसरी मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है कि आफताब ने कोर्ट में मर्डर की बात कुबूली है। जज से कहा कि उसने उकसावे और गुस्से में श्रद्धा का मर्डर किया। यह भी कहा कि पुलिस को सबकुछ बता चुका हूं। अब घटना याद करने में मुश्किल आ रही है। ये रिपोर्ट्स सामने आने के करीब एक घंटे बाद आफताब के वकील अविनाश कुमार ने मर्डर के कुबूलनामे को अफवाह करार दिया। वे कैमरे पर बोले- आफताब ने ऐसा कोई कुबूलनामा नहीं दिया है। ऐसा कोई स्टेटमेंट रिकॉर्ड में नहीं लिया गया है। हां, वह यह जरूर बताने की कोशिश कर रहा था कि श्रद्धा उसे उकसाती थी और दोनों के बीच झगड़े होते थे।

अविनाश ने बताया कि आफताब ने उस तालाब का स्केच बनाकर दिया है, जिसमें उसने श्रद्धा के टुकड़े फेंके थे। अविनाश ने आफताब से मिलने की इजाजत मांगी थी, जो कोर्ट ने उन्हें दे दी है। गिरफ्तारी के बाद से आफताब से कोई नहीं मिल पाया है। दिल्ली पुलिस को आफताब के बाथरूम की टाइल्स से अहम सबूत मिले हैं। फोरेंसिक एक्सपर्ट ने ये सबूत हासिल किए हैं। सबूत क्या हैं, ये अभी नहीं बताया गया है। पहले आफताब के बाथरूम की टाइल्स पर भी खून के निशान मिले थे। एक्सपर्ट की रिपोर्ट आने में 2 हफ्ते का वक्त लगेगा।

पुलिस सूत्रों के मुताबिक श्रद्धा और आफताब का एक कॉमन फ्रेंड भी सामने आया है, जो ड्रग्स बेचा करता था। यह भी पता चला कि श्रद्धा और आफताब के बीच कई बार ब्रेकअप हुआ था, हालांकि दोनों बाद में सुलह कर साथ रहने लगते थे।कुछ रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि आफताब ने मर्डर वेपन के बारे में पुलिस को जानकारी दी है। पूछताछ में बताया कि हत्या के बाद शव के टुकड़े करने के लिए इस्तेमाल किया ब्लेड और आरी उसने गुरुग्राम में फेंके हैं। दिल्ली पुलिस मर्डर वेपन की तलाश के लिए अब तक दो बार गुरुग्राम के जंगली इलाके में सर्चिंग कर चुकी है। अब पुलिस फिर से जंगल में तलाशी अभियान चलाएगी।

दिल्ली पुलिस को सोमवार को लाश के टुकड़े ढूंढने के दौरान एक इंसानी जबड़ा मिला है। यह जबड़ा श्रद्धा का है या नहीं, ये पता लगाने के लिए डेंटिस्ट की मदद ली जा रही है। अब तक पुलिस ने जितने मानव अंग बरामद किए हैं, उन्हें जांच के लिए फोरेंसिक साइंस लैबोरेटरी भेजा गया है।एजेंसी के मुताबिक, जबड़े की जांच कर रहे डेंटिस्ट ने बताया- मैंने पुलिस से कहा कि मुंबई में जिस डॉक्टर ने श्रद्धा का रूट-कैनाल ट्रीटमेंट किया था, उससे श्रद्धा के जबड़े का एक्स-रे मांगिए। बिना एक्स-रे के कुछ भी कह पाना मुश्किल है।श्रद्धा के कातिल आफताब का नार्को टेस्ट होना था, लेकिन इससे पहले अब पॉलीग्राफ टेस्ट किया जा रहा है। बता दें कि पॉलीग्राफ टेस्ट या लाइ डिटेक्टर टेस्ट में आरोपी की फिजिकल एक्टिविटी जैसे, हार्टबीट, नाड़ी, सांस और पसीने को नोट किया जाता है। वहीं नार्को टेस्ट में आरोपी को इंजेक्शन द्वारा सोडियम पेंटोथल दवा दी जाती है। इससे वो बेहोश होता है लेकिन उसका दिमाग काम करता रहता है। इसके बाद आरोपी से सवाल किए जाते हैं। इस टेस्ट के बाद ज्यादातर अपराधी सच कबूल कर लेते हैं।

आफताब का नार्को टेस्ट भी होगा। यह टेस्ट रोहिणी के डॉ. बाबा साहेब अंबेडकर अस्पताल में किया जाएगा। इसके लिए दिल्ली पुलिस ने 50 सवालों की लिस्ट तैयार की है।आफताब-श्रद्धा मुंबई से दिल्ली 8 मई को आए थे। यहां से पहाड़गंज के होटल और फिर साउथ दिल्ली में रहने लगे। साउथ दिल्ली के बाद महरौली के जंगल के पास फ्लैट लिया था। दिल्ली पहुंचने के 10 दिन बाद यानी 18 मई को 28 साल के आफताब ने श्रद्धा का मर्डर कर दिया और उसके 35 टुकड़े किए, जिन्हें उसने लगभग तीन हफ्ते तक 300 लीटर के फ्रिज में रखा। इसके बाद हर रोज इन टुकड़ों को मेहरौली के जंगल में फेंकने जाता था। आफताब ने वारदात से पहले अमेरिकी क्राइम शो डेक्स्टर समेत कई क्राइम मूवीज और शोज देखे थे।

 

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