द लीडर हिंदी : एयर इंडिया के सीनियर पायलट दानिश वारसी यूक्रेन में रेस्क्यू करने वाली उस टीम का हिस्सा थे, जिसे आपेरशन गंगा की ज़िम्मेदारी दी गई थी. (Ukraine Rescue Operation Ganga)
दानिश बरेली के रहने वाले हैं. उनके पिता अतीक बरेलवी मशहूर शायर थे और मां नसीम अतीक साहू रामस्वरूप डिग्री कालेज में प्रवक्ता रही हैं.
भाई ज़ुबेर वारसी जेट एयरवेज़ में लंबी सेवा के बाद नारायण कालेज में स्टूडेंट को पढ़ा रहे हैं.
दानिश वारसी सोमवार को जब अपने घर आए तो द लीडर हिंदी के स्टूडियो आकर हमसे बातचीत की. (Ukraine Rescue Operation Ganga)
उन्होंने यूक्रेन रेस्क्यू को लेकर रौंगटे खड़े करने वाली जानकारी दी. बताया कि जिस तरह आपरेशन को आसान समझा गया, यह वैसा नहीं था.
कुछ भी होने के चांस थे, क्योंकि हम ऐसे देश से अपने छात्रों को वापस ला रहे थे, जहां जंग जारी थी. बम गिराए जा रहे थे. मिसाइल दाग़ी जा रही थीं. (Ukraine Rescue Operation Ganga)
हवाई रास्ते भी एक तरह से बंद थे. ऐसे में भारतीय सरकार ने अहम फैसला लिया.
अपने मज़बूत विदेशी संबंधों का इस्तेमाल करके अफ़गानिस्तान, इराक़ और पाकिस्तान हवाई सीमा से विमान को निकालकर लाने के लिए सहमति हासिल की. (Ukraine Rescue Operation Ganga)
रोमानिया में हमें महज 20 मिनट का समय लैंडिंग और फिर टेकऑफ को मिला था. वहां पूरी तैयारी से पहुंचे और 12 मिनट में ही छात्रों को विमान में सवार करके वहां से निकल आए.
एयर इंडिया के सीनियर पायलट ने आपरेशन को लेकर और भी अहम जानकारी दी है. सुनिए उनका यह इंटरव्यू…. (Ukraine Rescue Operation Ganga)