दि लीडर : जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की चर्चित छात्रनेता रहीं शहला राशिद एक बार फिर से सुर्खियों में हैं. इस बार विवाद घरेलू है, लेकिन उन पर लगे आरोप संगीन हैं. इनकी गंभीरता इसलिए भी बढ़ जाती है, क्योंकि खुद उनके पिता अब्दुल रशीद शौरा ने ये इल्जाम लगाए हैं. जिसमें, उन्होंने दावा किया है कि,’ मेरी बेटी-शहला, देशविरोधी गतिविधियों में शामिल है.’ हालांकि शहला ने अपने पिता के आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें घरेलू हिसंक बताया है. अपने ट्वीटर हैंडल पर शहला ने इसके कुछ सुबूत भी साझा किए हैं. बहरहाल पिता-पुत्री का ये विवाद राष्ट्रीय फलक पर दिलचस्पी का सबब बना हुआ है. जानिए, क्यों और कैसे? JNU Shehla Father Anti-National
1) Many of you must have come across a video of my biological father making wild allegations against me and my mum & sis. To keep it short and straight, he's a wife-beater and an abusive, depraved man. We finally decided to act against him, and this stunt is a reaction to that. pic.twitter.com/SuIn450mo2
— Shehla Rashid (@Shehla_Rashid) November 30, 2020
अब्दुल राशिद शौरा ने डीजीपी को एक पत्र लिखा. इसमें उन्होंने अपनी दोनों बेटियों-शहला राशिद, अस्मा राशिद और बीवी जुबैदा से जान को खतरा बताया है. इन आरोपों के साथ अब्दुल राशिद ने शहला के सामाजिक और राजनीतिक आंदोलन और संघर्ष को फंडिंग का खेल बताकर इस घरेलू विवाद को चर्चित बना दिया.
चूंकि 2016 में जेएनयू के जिस कथित देशविरोधी नारेबाजी की घटना में तत्कालीन छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार और उमर खालिद को गिरफ्तार किया गया था. शहला ने इन गिरफ्तारियों के विरुद्ध जबरदस्त विरोध प्रदर्शन किया था. इसी घटनाक्रम से वो सुर्खियों में आईं थी.
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Halal income, with her blood, sweat and tears. She is our mother & father. She's been there for us despite everything, loved us unconditionally and been extremely protective towards us. She even put up with abuse for so long, simply so that we have a father for appearance's sake!
— Shehla Rashid (@Shehla_Rashid) December 2, 2020
पूर्व आईएएस शाह फैसल की सफाई
-संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) 2009 की परीक्षा के टॉपर पूर्व आईएएस अधिकारी शाह फैसल ने 2019 में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. बाद में उन्होंने जम्मू-कश्मीर पीपल्स मूवमेंट (JKPM)पार्टी बनाई. शहला राशिद भी इसमें शामिल हुईं. अपने आरोप में अब्दुल राशिद ने शहला पर इस पार्टी के लिए तीन करोड़ रुपये लेने का दावा करते हुए जांच की मांग की है.
उन्होंने शाह फैसल का भी नाम लिया. इसके बाद शाह फैसल सामने आए. उन्होंने ट्वीटर पर इस पारिवारिक विवाद और आरोपों से खुद के अलग होने की बात कही है. दरअसल, जम्मू-कश्मीर में धारा-370 समाप्त होने के बाद शाह फैसल ने भी राजनीति से किनारा कर लिया है. आईएएस पद से दिया उनका इस्तीफा भी अभी केंद्र सरकार के पास लंबित है.
While I know the perils of public life, I feel extremely sad to see my name being dragged into something with which I am not even remotely associated.
I will be glad to go before @JKP NIA CBI ED and assist in the investigation if required. n/n
— Shah Faesal (@shahfaesal) December 1, 2020
सोशल मीडिया पर छाई रहतीं शहला
-जेएनयू विवाद हो या फिर सीएए-एनआरएसी, जम्मू-कश्मीर से धारा-370 हटने का मुद्दा. हर मामले में शहला राशिद सोशल मीडिया पर मुखर होकर सरकार की आलोचना करती रही हैं. यही कारण है कि जब उनके पिता ने शहला पर आरोप लगाए, तो ये मामला सोशल मीडिया से लेकर मुख्य धारा की मीडिया में छा गया.