द लीडर : 23 मार्च 1931 को लाहौर सेंट्रल जेल में फांसी के फंदे को चूम लेने वाले शहीदे आजम भगत सिंह का घर अब किसी की निजी मिल्कियत है. पाकिस्तान के पंजाब प्रांत का बंगा, भगत सिंह का गांव है. यहीं उनके दादा ने एक स्कूल बनवाया था. पाकिस्तान के इम्तियाज कुरैशी भगत सिंह के घर को खरीदने की कोशिश में लगे हैं. ताकि उसे अंतरराष्ट्रीय स्तर के स्मारक के तौर पर विकसित करा सकें. उन्होंने बंगा जाकर भगत सिंह के घर का हाल देखा. आप भी देखिए, अब कैसा दिखता है भगत सिंह का घर, जहां वह पैदा हुए
.