द लीडर हिंदी, लखनऊ | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कैबिनेट में बड़ा फेरबदल से पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन समेत 12 मंत्रियों पद से इस्तीफा दे दिया. हर्षवर्धन के इस्तीफे के बाद विपक्षी पार्टियां सवाल उठा रही है.
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, ”जिस महामारी का प्रबंधन “नेशनल डिज़ास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी” के माध्यम से किया जा रहा है, उसके चेयरमैन प्रधानमंत्री स्वयं हैं.
National Disaster Management Authority is responsible for criminal mis-management of #COVID19.
It is headed by the Prime Minister.Will PM take responsibility for his failures?
Or will PM only make Dr. Harshvardhan the scapegoat for PM’s failures?#CabinetExpansion2021
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) July 7, 2021
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क्या वे भी अपने गैर ज़िम्मेदाराना व्यवहार की ज़िम्मेदारी लेंगे? इस्तीफ़ा देंगे? या अकेले स्वास्थ्य मंत्री को बलि का बकरा बना अपना पल्ला झाड़ लेंगे ?”
वहीं पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने ट्वीट कर कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और स्वास्थ्य राज्य मंत्री का इस्तीफा एक स्पष्ट स्वीकारोक्ति है कि मोदी सरकार महामारी के प्रबंधन में पूरी तरह नाकाम रही है.
उन्होंने आगे कहा, ”इन इस्तीफों में मंत्रियों के लिए एक सबक है. अगर चीजें सही होती हैं तो इसका श्रेय पीएम को जाएगा, अगर चीजें गलत हुईं तो मंत्री नाकाम व्यक्ति होंगे. ये वो कीमत है जो एक मंत्री निहित आज्ञाकारिता और निर्विवाद अधीनता के लिए चुकाता है.”
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इन इस्तीफों में मंत्रियों के लिए एक सबक है। अगर चीजें सही होती हैं तो इसका श्रेय पीएम को जाएगा, अगर चीजें गलत हुईं तो मंत्री नाकाम व्यक्ति होंगे।
ये वो कीमत है जो एक मंत्री निहित आज्ञाकारिता और निर्विवाद अधीनता के लिए चुकाता है।
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) July 7, 2021
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