द लीडर हिंदी: राजधानी दिल्ली में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है. यहां वसंत कुंज में एक घर में पिता समेत चार बेटियों के शव बरामद हुए हैं. खुदकुशी की घटना बताई जा रही है. मृत परिवार बिहार के छपरा से है. दरअसल 50 वर्षीय हीरा लाल परिवार के साथ रंगपुरी इलाके में किराए के मकान में रहता था. उसकी चार बेटियां भी थीं, चारों बेटियां दिव्यांग थीं. दिव्यांग होने के कारण बेटियां कहीं भी जाने में असमर्थ थीं.
पत्नी की मौत हो जाने के कारण बेटियों की देखरेख की जिम्मेदारी हीरा लाल के कंधों पर थी. आस पास के लोगों ने हीरा लाल के घर से बदबू आने पर पुलिस को सूचना दी थी. पुलिस ने दरवाजा तोड़ा तो सभी के होश उड़ गए.वही डीसीपी साउथ वेस्ट रोहित मीणा ने बताया कि ये शुक्रवार सुबह की घटना है.डीसीपी साउथ वेस्ट रोहित मीणा ने एक समाचार एजेंसी को बताया, “कल सुबह 10 बजे के करीब एक कॉल आया कि एक घर अंदर से बंद है और उसमें रहने वाले लोग दरवाज़ा नहीं खोल रहे हैं. ये फोन घर के मालिक ने किया था.
उन्हें घर की देखभाल करने वाले आदमी ने बताया कि जब वो सफाई करने के लिए घर के तीसरी मंज़िल पर गया तो कोई दरवाज़ा नहीं खोल रहा था और अजीब सी गंध आ रही थी.” “हम मौके पर पहुंचे और फायर सर्विस की टीम की मदद से घर का दरवाज़ा खोला. घर में दो कमरे थे. एक कमरे में एक आदमी की लाश पड़ी थी और दूसरे कमरे में चार लड़कियों की लाश थी. मृत व्यक्ति को पहचान लिया गया है. उनकी पहचान हीरालाल शर्मा के तौर पर की गई है.
वो बिहार के छपरा के रहने वाले थे और बीते 28 सालों से कारपेंटर का काम करते थे. वो अपनी चार बेटियों के साथ रहते थे. जिसमें से दो बेटियां विकलांग थीं.”“हमने मृत पाए लोगों के रिश्तेदारों को बुलाया. मृतक का भाई जोगिंदर और भाभी गुड़िया मौके पर आए. उन्होंने बताया कि लड़कियों की मां की मौत कैंसर से हो गई थी. परिवार तब से काफी अलग-थलग रहने लगा था.”“हमने एफएसएल रोहिणी से फॉरेंसिक टीम और सफदरगंज अस्पताल से डॉक्टर्स की टीम को मौके पर बुलाया.और पूरी जांच की. घटनास्थल से सल्फास की शीशी और अन्य चीज़ें बरामद हुई हैं. हम हर पहलू को ध्यान में रखकर आगे की कार्यवाही कर रहे हैं.”