बरेली के जुलूस-ए-मुहम्मदी में नया विवाद , ईदमिलादुन्नबी पर आधी रात के बाद धरने पर क्यों बैठे सक़लैनी

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द लीडर हिंदी: यूपी के ज़िला बरेली में इस बार ईद मिलादुन्नबी के जुलूस को लेकर बुख़ारपुरा से जोगीनवादा तक कई तनाज़े खड़े हुए. जुलूस की आयोजक अंजुमनों अंजुमन इत्तेहादुल मुस्लेमीन और अंजुमन ख़ुद्दाम-ए-रसूल के साथ पुलिस के पास भी विवादों की लंबी फेहरिस्त तैयार हो गई है. एक ऐसा विवाद भी सामने आया है, जिसके पीछे की वजह रज़वी-बनाम सक़लैनी है, जिसके नतीजे में ईदमिलादुन्नबी पर आधी रात को सक़लैनी क़ुतुबख़ाना पर यह कहकर धरने पर बैठ गए कि क़िला की तरफ से आने वाली अंजुमनों को कोहाड़ापीर की तरफ मोड़ा जा रहा है. उन्हें शाह शराफ़त मियां की दरगाह वाले रूट पर नहीं जाने दिया जा रहा है, जबकि अंजुमनों का परंपरागत रूट यही है.

 

बहरहाल इस मुद्दे पर प्रशासन और पुलिस के अफसरों से बहस भी हुई. इससे जुलूस में खलबली मच गई. रात के कुछ वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, जिसमें जुलूस में शामिल अंजुमनों के लोगों को रोकने की कोशिश हो रही है. इसके बाद पुलिस फोर्स घेरा बनाती और जुलूस को पास कराती दिखाई दे रही है. सीओ से सक़ैलनी बात भी कर रहे हैं. पहले आप यह वीडियो देखिए. आगे इस ख़बर पर चर्चा जारी रखेंगे.

धरना डेढ़ घंटे तक चलता रहा. उसके बाद आख़िर तय हुआ कि अंजुमनें क़ुतुबखाना पर पुल बनने से पहले किस रूट से निकलती रही हैं, उसे त्योहार रजिस्टर से देखा जाएगा. आइंदा जुलूस में उस एतबार से ही फैसला लिया जाएगा. दरगाह शाह शराफ़ मियां के मीडिया प्रभारी हमज़ा सक़ैलनी ने बताया कि इस आश्वासन के बाद धरना ख़त्म कर दिया गया.

उनका कहना है कि क़िला मार्ग की तरफ से आने वाली सभी अंजुमनें दरगाह शराफ़त मियां होकर कोहाड़ापीर से निकलने वाले जुलूस में शामिल होने के लिए जाती रही हैं. ख़ैर यह नया विवाद था, जो पुलिस के पास दर्ज हो गया. अब उस पर जल्द कोई बातचीत होगी या फिर यह मामला अगले साल जुलूस निकाले जाने से पहले डिस्कस होगा.https://theleaderhindi.com/kolkata-rape-case-mamata-banerjee-accepted-3-out-of-5-demands-of-junior-doctors/