कोलकाता कांड में CBI ने पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और थाना प्रभारी को किया गिरफ़्तार

0
18

द लीडर हिंदी: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में ट्रेनी डॉक्टर की रेप और फिर हत्या के मामले में सरकारी आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष और टाला थाने के ऑफिसर इंचार्ज अभिजीत मंडल को सीबीआई ने गिऱफ्तार कर लिया है. सीबीआई ने उन्हें सुबूतों के साथ छेड़छाड़, उनको ग़ायब करने और देरी से एफ़आईआर दर्ज करने के आरोप में शनिवार देर रात को गिरफ़्तार किया है. अब इन दोनों ही अभियुक्तों को रविवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा. सीबीआई के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है.वही सीबीआई का कहना है कि दोनों अपराध स्थल को बिगाड़ने, सबूतों से छेड़छाड़ करने, आधिकारिक नियमों का उल्लंघन करने, आपराधिक साजिश रचने और जाँचकर्ताओं को गुमराह करने में शामिल थे. बतादें संदीप घोष पहले से ही आर्थिक घोटाले के एक मामले में सीबीआई की हिरासत में हैं.

फ़िलहाल उनको 23 सितंबर तक न्यायिक हिरासत में प्रेसीडेंसी जेल में रखा गया है. अब सीबीआई नए मामले में उनको रिमांड पर लेने की कोशिश कर सकती है.संदीप घोष और कोलकाता पुलिस के ख़िलाफ़ पहले दिन से ही इस मामले की लीपापोती और सुबूतों के साथ छेड़छाड़ करने के आरोप लग रहे थे.इसी तरह पहले अस्वाभाविक मौत का मामला दर्ज किया गया था. घटना की एफ़आईआर शव के पोस्टमार्टम और अंतिम संस्कार के बाद दर्ज की गई थी.संजय राय नामक एक सिविक वालंटियर को इस मामले में पहले ही गिरफ़्तार किया जा चुका है. वो फ़िलहाल सीबीआई की हिरासत में है. अब इस मामले में अभी तक कुल तीन अभियुक्तों को गिरफ़्तार किया जा चुका है.जिस इलाक़े में यह घटना हुई थी वह टाला थाने के तहत है.

उसके ओसी अभिजीत मंडल बीते पांच सितंबर को बीमारी के नाम पर एक निजी अस्पताल में दाखिल हो गए थे.उनको पूछताछ के लिए शनिवार को सीबीआई दफ़्तर में बुलाया गया था. सीबीआई सूत्रों ने बताया कि बयान में विसंगतियों के आधार पर उनको देर रात गिरफ़्तार किया गया.दूसरी तरफ इन गिरफ़्तारियों पर आंदोलनकारी जूनियर डॉक्टरों ने संतोष जताया है. उन्होंने इसे न्याय की दिशा में बढ़ने वाला एक ठोस कदम बताया है. घोष और इंपेक्टर अभिजीत मंडल दोनों को आज सियालदह में अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया जाएगा.