पेरिस ओलंपिक में नीरज चोपड़ा ने जीता रजत पदक, कुछ इस अंदाज़ में पीएम मोदी, राहुल गांधी, अखिलेश यादव ने दी बधाई…

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द लीडर हिंदी : पेरिस ओलंपिक 2024 में भालाफेंक स्टार नीरज चोपड़ा ने देश का नाम रौशन कर दिया है. नीरज चोपड़ा ने 89.45 मीटर के स्कोर के साथ रजत पदक अपने नाम कर लिया है.वैसे तो पेरिस ओलंपिक में भारत की सबसे बड़ी उम्मीद नीरज चोपड़ा से गोल्ड मेडल जीतने की थी.लेकिन वो इस पदक से चूक गए. पाकिस्तान के अरशद नदीम ने ओलंपिक रिकॉर्ड बनाकर गोल्ड मेडल जीता. टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड जीतने वाले नीरज चोपड़ा के नाम सिल्वर मेडल रहा. यह पेरिस ओलंपिक में भारत का पहला सिल्वर मेडल भी है.वही नीरज चोपड़ा के रजत पदक जीतने पर बधाईयों का तांता लगा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें बधाई देते हुए एक पोस्ट डाला है.

प्रधानमंत्री ने लिखा है, “नीरज चोपड़ा उत्कृष्ट व्यक्तित्व के धनी हैं. नीरज ने बार-बार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है.”पीएम ने कहा- नीरज की एक और ओलंपिक सफलता से भारतीय खुश हैं. मैं उन्हें रजत पदक जीतने के लिए शुभकामनाएं देता हूं.

पीएम मोदी ने लिखा है कि नीरज आने वाले अनगिनत एथलीटों को उनके सपने को पूरा करने के लिए और देश को गौरवान्वित करने के लिए प्रेरित करते रहेंगे.वही नीरज चोपड़ा के रजत पदक जीतने पर नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने भी उन्हें बधाई देते हुए एक पोस्ट डाला है.राहुल गांधी ने लिखा, “नीरज आप एक शानदार खिलाड़ी हैं.

पूरे पेरिस ओलंपिक के दौरान शानदार प्रदर्शन के बाद रजत पदक जीतने पर आपको शुभकामनाएं”राहुल गांधी ने लिखा- “आपने भारत को एक बार फिर गौरवान्वित किया है.”उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि देश का मान बढ़ाने के लिए नीरज चोपड़ा के साथ समस्त सच्चे खेल प्रेमियों को ‘रजत पदक’ की जीत की रुपहली बधाई!आपको बताते चले सिल्वर मेडल जीतने के साथ ही नीरज चोपड़ा भारत के सिर्फ दूसरे ऐसे पुरुष खिलाड़ी बन गए हैं, जिन्होंने लगातार दो ओलंपिक में मेडल जीता है. उनसे पहले सिर्फ सुशील कुमार ही लगातार दो ओलंपिक (2008 और 2012) में मेडल जीत सके थे.

चोट की वजह से गोल्ड से चूके नीरज?
वही माना जा रहा है कि चोट की वजह से वह टोक्यो के प्रदर्शन को दोहरा नहीं पाए और लय से बाहर होने के कारण नीरज ने पांच फाउल किए. मुकाबले के बाद नीरज चोपड़ा ने अपने स्वास्थ्य को लेकर चर्चा की. उन्होंने बताया कि वह चोट को लेकर चिंतित थे. मुकाबले के बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया कि वह चोट के डर से उतना जोर भी नहीं लगा पाते हैं. फाइनल के दौरान भी उनके दिमाग में यही चल रहा था.https://theleaderhindi.com/after-beard-in-bareilly-tanaza-stands-out-in-hijab-in-kanpur/