बसपा के 6, भाजपा से एक विधायक समाजवादी पार्टी में शामिल, अखिलेश यादव ने किया स्वागत

द लीडर : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का तापमान शनिवार को बढ़ गया. तब जब, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के 6 और भाजपा के एक विधायक ने समाजवादी पार्टी (सपा) का दामन थाम लिया. अखिलेश यादव ने सातों विधायकों और उनके समर्थकों को पार्टी में शामिल किया. सीतापुर से भाजपा के बागी विधायक राजेश गौड़ अब सपाई के हो गए हैं. (Akhilesh Yadav BSP BJP)

वहीं, श्रावस्ती की भिनगा विधानसभा सीट से बसपा विधायक असलम राइनी, हापुड़ के धौलाना से विधायक असलम चौधरी, इलाहाबाद के प्रतापपुर से विधायक मुजतबा सिद्​दीकी, प्रयागराज के हंडिसा से विधायक हाकिम लाल बिंद, सीतापुर के सिंधौली से विधायक हरगोविंद भार्गव और बादशाहपुर-मुंगरा से विधायक सुषमा पटेल ने सपा की सदस्य ले ली है. बसपा ने इन सभी 6 असंतुष्ट विधायकों को 2020 में पार्टी से निलंबित कर दिया था.

यूपी में बसपा के जन-प्रतिनिधियों का कुनबा बढ़ी तेजी से घटा है. उसे कद्​दावर नेता भाजपा या तो सपा-कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं. हाल ही में बसपा के दो बड़े नेता, कटेहरी से विधायक लालजी वर्मा और अकबरपुर से विधायक राम अचल राजभर ने अखिलेश यादव की उपस्थिति में समाजवादी पार्टी में शामिल होने का ऐलान किया था.


इसे भी पढ़ें-खेल में जीत-हार के जश्न पर राजद्रोह, जिनमें बाल गंगाधर तिलक मामले की तरह उदारता नहीं


 

इन दोनों नेताओं को भी बसपा सुप्रिमों मायावती ने इसी साल पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निलंबित कर दिया था. बसपा से जो भी विधायक या पूर्व विधायक-एमपी दूसरी पार्टियों में शामिल हुए हैं. उनमें अधिकांश पार्टी से निलंबित चल रहे थे. (Akhilesh Yadav BSP BJP)

अगले साल यूपी में चुनाव विधानसभा चुनाव हैं. हाल ही में भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष सुहेलदेव ने सपा के साथ गठबंधन किया है. राजभर और अखिलेश ने मऊ में एक संयुक्त जनसभा में हिस्सा लिया. जिसमें भारी भीड़ उमड़ी थी. सुहेलदेव ने अखिलेश यादव को 2022 में मुख्यमंत्री बनाने का संकल्प दोहराया था.

यूपी चुनाव से पहले समाजवादी पार्टी छोटे दलों और दूसरे दलों के असंतुष्ट नेताओं के साथ अपनी जमीन मजबूत करने की कोशिशों में जुटी है. पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव पहले ये ही साफ कर चुके हैं कि सपा छोटे दलों के साथ चुनावी मैदान में उतरेगी.

सपा का लगातार बढ़ रहा कुनबा अखिलेश यादव की इन्हीं कोशिशों का नतीजा माना जा रहा है. शुक्रवार को ही गृहमंत्री अमित शाह यूपी दौरे पर थे. उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव को निशाने पर लिया था. इस आह्वान के साथ कि 2024 में नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाना है, तो 2022 में भाजपा को यूपी चुनाव में जीत दिलानी होगी. (Akhilesh Yadav BSP BJP)

2022 के चुनाव में भाजपा और सपा के बीच मुख्य मुकाबला माना जा रहा है. कांग्रेस, बसपा, एआइएमआइएम समेत दूसरे राजनीतिक दल भी हैं. सपा के खेमे में अब तक कई छोटे दल शामिल हो चुके हैं. भाजपा भी गठबंधन साथियों को साथ जमीन पर अपनी ताकत बढ़ाने में जुटी है. इससे यूपी का चुनाव काफी दिलचस्प होता जा रहा है.

 

Ateeq Khan

Related Posts

हिजबुल्लाह चीफ की मौत के बाद भी इसराइल के हमले जारी, लेबनान से सटी सीमा पर टैंक तैनात किये

द लीडर हिंदी: हिजबुल्लाह चीफ हसन नसरल्लाह की मौत के बाद भी रविवार को लेबनान में इसराइल के हमले जारी हैं. लेबनान से सटी सीमा पर इजराइल ने टैंक तैनात…

मंच पर भाषण देते-देते बिगड़ी कांग्रेस अध्यक्ष की तबीयत, फिर बोले-मैं इतनी जल्दी नहीं मरने वाला…

द लीडर हिंदी: जम्मू-कश्मीर में चुनाव प्रचार के दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अचानक तबीयत बिगड़ गई. मंच पर भाषण देते समय कांग्रेस अध्यक्ष खरगे को चक्कर…