किसान आंदोलन के 6 माह : गाड़ी पर काला झंडा लगाने वाले किसान प्रेम मलिक को पुलिस ने हिरासत में लिया

द लीडर : केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन करते हुए आज-26 मई को किसानों को ठीक 6 महीने हो गए हैं. इसके विरोध में किसान काला दिवस मना रहे हैं. दिल्ली की सीमाओं के अलावा देश के विभिन्न हिस्सों में किसान काला झंडा लहराते देखे जा रहे हैं. सरकार का पुतला भी फूंका जा रहा है. इसी कड़ी में एक किसान प्रेम मलिक ने अपनी गाड़ी पर काली झंडा लगाया. लेकिन पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया है.

किसान आंदोलन को शुरुआत से कवर कर रहे पत्रकार मनदीप पूनिया ने अपने ट्वीटर प्रेम मलिक को हिरासत में लिए जाने की सूचना शेयर की है.

हरियाणा, पंजाब से किसानों के जत्थे आंदोलन स्थल-सिंघु, टीकरी और गाजीपुर बॉर्डर के लिए भी पहुंच रहे हैं.

आंदोलन के छह महीने पूरे होने पर काला दिवस मनाते किसान.

हालांकि इस सबके बीच गांवों से आंदोलन की जो तस्वीरें सामने आ रही हैं. वे किसान आंदोलन की मजबूती का प्रतीक हैं. बूढ़े-बच्चे और महिलाएं, सब काला झंडा दिखा विरोध दर्ज करा रहे हैं.  महाराष्ट्र, हरियाण, पंजाब और कर्नाटक में काला दिवस मनाया जा रहा है. यहां किसानों ने सरकार का पुतला दहन किया है.

 

आंदोलन के बीच संयुंक्त किसान मोर्चा ने सात सवाल उठाए हैं. जिसे सरकार के 7 सात साल बनाम 7 प्रश्नों कहा गया है.

1-दोगुनी आमदनी का झूठा वायदा क्यों?

2-लागत से डेढ़ गुना दाम के वादे से क्यों मुकरे?

3-फसल बीमा योजना असफल क्यों?

4-सूखा और आपदा में सरकारी बेरुखी क्यों?

5-खाद, डीजल और पेट्रोल के भाव में बढ़ोत्तरी क्यों?

6-किसानों को बर्बाद करने वाले इंपोर्ट क्यों?

7-किसान विरोधी तीन कानून क्यों?

आंदोलन के बीच संयुक्त किसान मोर्चा ने देश-दुनिया के लोगों को बुद्ध पूर्णिमा की बधाई दी है. ये कहते हुए कि सत्य और अहिंसा के रास्ते पर चलते हुए आज किसान आंदोलन को छह महीने पूरे हो गए हैं. इन्हीं सिद्धांतों पर आगे की लड़ाई जारी रहेगी.

Ateeq Khan

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