नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल और असम में विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने कमर कस ली है. इस बार भाजपा पश्चिम बंगाल में पहली बार और असम में दूसरी बार जीत की उम्मीद लेकर विरोधी दलों से दो-दो हाथ करने जा रही है. अभी से पूरी ताकत लगा दी है. भाजपा को लगता है कि उसकी रणनीति और नरेंद्र मोदी का चेहरा इसके लिए कारगर होगा.
दीदी का गढ़ ढहाने के लिए प्रधानमंत्री चुनाव प्रचार की कमान संभाल चुके हैं. दोनों ही राज्यों में मोदी की रैली की सबसे ज़्यादा डिमांड है। रैलियों की योजना इस तरह से बनाई गई है कि पश्चिम बंगाल के सभी 23 जिले और असम के 33 जिले इन रैलियों में कवर हो जाएं।
इन राज्यों में रैली की व्यवस्था भी ज़ोरों पर है. सबसे जोरदार चुनाव पश्चिम बंगाल में होने जा रहा है. तृणमूल पार्टी की सुप्रीमो ममता बनर्जी के सामने गढ़ बचाने और भाजपा के लिए उनका गढ़ ढहाना किसी चुनौती से कम नहीं. यहां होने जा रहे चुनाव पर पूरे देश की नजरें लगी हैं.