द लीडर हिंदी: वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी की एक बार फिर मुश्किलें बढ़ गई है. कोर्ट ने हाजिर न होने पर गिरफ्तारी वारंट जारी किया है.लखनऊ कोर्ट ने वसीम रिजवी के खिलाफ अरेस्ट वारंट जारी किया है. एसीजेएम अम्बरीश श्रीवास्तव ने मामले की सुनवाई के लिए 12 फरवरी की तारीख तय की है.
बता दें साल 2018 के थाना चौक से सम्बंधित एक अपराधिक मामले में अदालत के सामने हाजिर न होने पर कोर्ट ने शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष सैयद वसीम रिजवी उर्फ जितेंद्र नारायण त्यागी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है. गिरफ़्तारी वारंट जारी करने का आदेश पारित करते हुए एमपी-एमएलए कोर्ट के विशेष एसीजेएम अम्बरीष कुमार श्रीवास्तव ने अभियुक्त की उपस्थिति के लिए आगामी 12 फरवरी की तिथि नियत की है.वही वसीम रिजवी के विरुद्ध नवंबर 2018 में सहाबा एक्शन कमेटी के अध्यक्ष अब्दुल वाहिद फारूकी ने चौक थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी.
इसमें अब्दुल वाहिद ने सुन्नी समुदाय के खलीफाओं को अपमानित करने एवं शिया तथा सुन्नी समाज के बीच वैमनस्यता फैलाकर भविष्य में दंगा कराए जाने का आरोप लगाया है. यह भी आरोप लगाया गया है कि शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने 19 नवंबर 2018 को लखनऊ में एक प्रेस वार्ता की. यहां उन्होंने मीडिया के सामने राम जन्मभूमि नामक फिल्म का ट्रेलर लॉन्च किया. इस फिल्म के लेखक और निर्माता स्वयं सैयद वसीम रिजवी हैं.
इसके बाद से इस फिल्म का ट्रेलर लगातार यूट्यूब पर चल रहा है. कहा गया है कि उक्त फिल्म में काफी आपत्तिजनक चीजें दिखाई गईं हैं. रिपोर्ट में वसीम रिजवी पर यह भी आरोप लगाया गया है कि इस फिल्म में सुन्नी समुदाय के सम्मानित खलीफाओं के बारे में बेहद अपमानजनक टिप्पणियां की गई हैं, जिसके कारण समुदाय की भावनाएं आहत हुई हैं और उनमें इसे लेकर रोष व्याप्त है.
यह भी कहा गया है कि इस मामले को लेकर उच्च न्यायालय में भी याचिका की गई थी. आरोप यह भी है कि वसीम रिजवी अपनी बातों के द्वारा दोनों समुदाय के बीच दंगा करवाने के उद्देश्य से भड़काने का काम करते रहे हैं. कोर्ट ने वसीम रिजवी के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया है