उत्तराखंड में एक दिन में 96 मौतें 43 हज़ार से ज्यादा कोरोना के मरीज करा रहे हैं इलाज

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द लीडर देहरादून

मंगलवार 27 अप्रैल की शाम स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में भी नई चिंता दिख रही है। अब तक के कोरोना के एक दिन के सारे आंकड़े बौने पड़ गए। 5703 नए संक्रमित मिले और 96 लोगों की 24 घंटे में कोरोना से मौत हुई। जिन लोगों ने अकेले सुशीला तिवारी अस्पताल से 30 लाशें उठती देखी वे इन आंकड़ों पर यकीन नहीं कर रहे। अप्रैल में ये तीसरी बार है कि जब एक दिन में पांच हजार से ज्यादा संक्रमित मिले। इससे पहले सोमवार 26 अप्रैल को 5058 नए संक्रमित मिले। वहीं, 67 लोगों की मौत हुई थी। रविवार को 44 और शनिवार 24 अप्रैल को 5084 नए संक्रमित मिले थे और 81 लोगों की कोरोना से मौत हुई थी।
वर्तमान में कुल एक्टिव केस 43032 हैं। इनमें से ज्यादातर अस्पतालों में भर्ती हैं। देहरादून में वेंटिलेटर बेड उपलब्ध नहीं हैं।अब तक 2309 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है।
कोरोना का कहर देहरादून और हरिद्वार में सर्वाधिक है। देहरादून में 2218 नए संक्रमित मिले, वहीं, हरिद्वार में 1028 नए संक्रमित मिले। नैनीताल में 848, उधमसिंह नगर में 397, उत्तरकाशी में 242, टिहरी गढ़वाल में 204, पौड़ी में 132, चमोली में 214 और अलमोड़ा में 189 संक्रमित मिले।
कंटेनमेंट जोन बढ़े
208 स्थानों पर कंटेनमेंट जोन बनाए गए हैं। यहां पूर्ण लॉकडाउन की स्थिति है। ऐसे स्थानों में लोगों को घरों से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। एक परिवार के एक सदस्य को आवश्यक वस्तु के लिए मोबाइल वेन तक जाने की अनुमति है। इन क्षेत्र में देहरादून में 63, हरिद्वार में 11, नैनीताल में 40, पौड़ी में 12, उत्तरकाशी में 18, उधमसिंह नगर में 38, चंपावत में 14, चमोली में तीन, टिहरी में आठ, रुद्रप्रयाग में एक कंटेनमेंट जोन है।

कई शहरों में कर्फ्यू

देहरादून में देहरादून और ऋषिकेश, नैनीताल में हल्द्वानी, रामनगर और लालकुआं, पौड़ी में कोटद्वार, स्वर्गाश्रम व लक्ष्मणझूला, टिहरी के कई कस्बों, उधमसिंह नगर आदि में एक सप्ताह का कर्फ्यू है। हरिद्वार में कर्फ्यू को लेकर शाम तक स्थिति अस्पष्ट थी।ये तीन मई की सुबह तक के लिए कोविड कर्फ्यू लगा दिया गया है। यहां आवश्यक वस्तुओं की दुकानें खुलेंगी। अन्य स्थानों पर हर शाम सात बजे से सुबह पांच बजे तक नाइट कर्फ्यू है। वहीं, कर्फ्यू के दौरान लोग बेवजह घरों से बाहर निकल रहे हैं। क्योंकि शाम चार बजे तक दुकानों आदि में छूट के चलते सड़कों पर भीड़ हो रही है।
मुख्यमंत्री राहत कोष से 21 करोड़ की राशि जारी

संक्रमण की वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने मुख्यमंत्री राहत कोष से राजकीय मेडिकल काॅलेजों के चिकित्सालयों की क्षमता में वृद्धि और सुदृढ़ीकरण से संबंधित कार्यों के लिए 10 करोड़ रूपए की स्वीकृति दी है।
मास्क न पहनने वालों से जुर्माना वसूली के बाद उन्हें चार मास्क निशुल्क उपलब्ध कराने के लिए एक करोड़ की अतिरिक्त धनराशि स्वीकृत की गई है। यह राशि पुलिस महानिदेशक के निवर्तन पर रखी गई है।
होम्योपैथी चिकित्सा सेवाओं को मुख्यमंत्री राहत कोष से 1 करोड़ 18 लाख 80 हजार रूपए की धनराशि स्वीकृत की गई है।

जिला मुख्यालयों में आयुष रथ का संचालन किए जाने के लिए 4 करोड़ 64 लाख 23 हजार 500 रूपए की राशि मुख्यमंत्री राहत कोष से स्वीकृत की गई है।
कोविड के संक्रमण से बचाव व राहत कार्यों के लिए जिलाधिकारी बागेश्वर और जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग को 2-2 करोड़ रूपए जबकि जिलाधिकारी चमोली व जिलाधिकारी ऊधमसिंह नगर को 1-1 करोड़ रूपए उनकी मांग के अनुरूप मुख्यमंत्री राहत कोष से स्वीकृत किए गए हैं।

ऑक्सीजन की किल्लत
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने राजधानी क्षेत्र में स्थित सेलाकुई औद्योगिक क्षेत्र में ऑक्सीजन प्लांट का दौरा किया और यहां पर ऑक्सीजन को पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराने से संबंधित तमाम हालातों का जायजा लिया।

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