यूक्रेन में युद्ध से बिगड़े हालात: बढ़ा खाने-पीने का संकट, राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की बोले- रूस कर रहा है दबाव की राजनीति

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द लीडर। यूक्रेन के हालात बेहद खराब होते जा रहे है. आज रूस यूक्रेन संकट का छठा दिन है. रूस द्वारा किए जा रहे हमले ने यूक्रेन की स्थिति खराब कर दी है. लगातार हो रहे हमले के कारण काफी संख्या में सैनिकों के साथ आम लोग भी हताहत हुए हैं.

कईं शहरों में हो रहे धमाके के बीच भारी संख्या में लोग पलायन कर रहे हैं तो वहीं वैसे लोगों की संख्या भी काफी अधिक है जो काफी डरे और सहमे हुए हैं. इसके साथ ही खाने पीने का भी संकट होने लगा है.

दवाब बनाने की राजनीति कर रहा रूस

इस बीच कल बेलारूस में यूक्रेन और रूस के बीच पांच घंटे तक बातचीत हुई. बातचीत में इस मसले का कोई समाधान नहीं निकल पाया वहीं अब यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की का कहना है कि, रूसी सैनिकों ने यूक्रेन पर गोलाबारी तेज कर दी है.


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राष्ट्रपति ने इसे सोमवार को हुई वार्ता के दौरान अपनी सरकार को झुकाने के लिए मजबूर करने का प्रयास बताया है. उन्होंने कहा कि, अब रूस दवाब बनाने की राजनीति कर रहा है.

रूस ने राजधानी कीव को महत्वपूर्ण टारगेट बनाया

देर रात एक वीडियो संबोधन में ज़ेलेंस्की कहते हैं कि, मेरा मानना ​​है कि रूस गोलीबारी तेज करके यूक्रेन पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है. हालांकि राष्ट्रपति ने इस वीडियो संबोधन में दोनों देशों के बीच घंटों चली बातचीत के बारे में कोई जानकारी नहीं दी.

लेकिन उनका कहना है कि, यूक्रेन झुकने के लिए तैयार नहीं है. ज़ेलेंस्की का कहना है कि इस युद्ध में रूस ने राजधानी कीव को महत्वपूर्ण टारगेट बनाया हुआ है. रूसी सेना ने रॉकेट आर्टिलरी के साथ खार्किव शहर पर भी गोलाबारी की है.

पुतिन की परमाणु वाली धमकी से चिंतित नहीं है अमेरिका

वहीं अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की परमाणु धमकी को लेकर चिंतित नहीं हैं. बाइडेन ने बहुत शांति से नो कहा. बता दें कि सोमवार को पुतिन ने अपनी परमाणु टीम को अलर्ट कर दिया था. परमाणु प्रैक्टिस की बात भी कही जा रही थी.

रूस के एक्शन पर रखेंगे नजर

अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने बताया कि हमें अपने परमाणु बल के अलर्ट मोड में लाने का अभी कोई कारण नही नजर आता है. वहीं एक वरिष्ठ रक्षा अधिकारी ने कहा कि, बेशक पुतिन ने अपने परमाणु बल को अलर्ट किया था, लेकिन इसके बाद भी पेंटागन ने रूस की ओर से इस पर कोई बदलाव नहीं देखा है.

वहीं, रक्षा विभाग के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा कि पेंटागन रूस के हर एक्शन की समीक्षा, विश्लेषण और निगरानी जारी रखेगा. किर्बी ने ये भी कहा कि, रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन संयुक्त राज्य अमेरिका की रणनीतिक निरोध मुद्रा और जमीन की रक्षा करने की हमारी क्षमता के साथ सहज हैं.


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पुतिन ने दी थी चेतावनी

बता दें कि, मॉस्को द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण शुरू करने के चार दिन बाद रविवार देर रात पुतिन ने बताया था कि उन्होंने अपने सैन्य प्रमुखों को परमाणु बलों वाली टीम को अलर्ट मोड पर रहने को कहा था. इस आदेश के बाद तनाव और बढ़ गया था. अमेरिकी अधिकारियों ने इसे खतरनाक बताया था, लेकिन सोमवार को अमेरिका के अधिकारियों ने कहा कि वे मामले पर नजर बनाए हुए हैं.

बमबारी से घरों में कैद होने को मजबूर लोग

युद्ध से यूक्रेन की स्थिति लगातार खराब होते जा रही है. लगातार हमले की वजह से काफी संख्या में सैनिकों के साथ आम लोग भी हताहत हुए हैं. भारी संख्या में लोग पलायन भी कर रहे हैं तो वहीं वैसे लोगों की संख्या भी काफी अधिक है जो काफी डरे और सहमे हुए हैं और लगातार बमबारी की वजह से उन्हें अपने घरों में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है.

कई ऐसे लोग हैं जिनके पास न तो खाने के लिए खाना है और न पीने के लिए पानी. लोगों को खाने पीने के सामान की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है. कुछ जगहों पर दुकानों के पास काफी भीड़ लगी है.

यूक्रेन में जंग से हालात हुए खराब

रूसी सैनिक लगातार राजधानी कीव, खारकीव समेत कई और शहरों को निशाना बना रहे हैं. ऐसे में एक तो लोगों को घर से बाहर निकलना मुश्किल हो रहा है तो वही कुछ दुकानों पर लंबी कतारें लगी हुई हैं. यूक्रेन की राजधानी कीव में लोगों के सामने भोजन की समस्या पैदा हो गई है.

खाने पीने के संकट ने बढ़ाई मुश्किलें

लोगों के घरों में खाने-पीने का सामान खत्म हो रहा है. वहीं कुछ दुकानों पर खाने पीने का सामान काफी दिक्कत के साथ मिल पा रही है. खाने पीने के सामान के लिए लोग काफी देर तक अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. कुछ लोगों को थोड़े सामान मिल जा रहे हैं तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं है.


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