चिश्तिया सिलसिले के खलीफा बाबा फरीद- भाग 3

बाबा फरीद की वाणी का जो सबसे शुद्ध रूप है, वह गुरू ग्रंथ साहब के अंदर ही मिलता है। बाकी के अंदर मिलावट होती रहती […]

नहाए गंगा गोमती, रहे बैल के बैल: कबीर जयंती पर अर्थ सहित पढ़िए उनके 20 दोहे

कबीर के 20 दोहे 1. जाति न पूछो साधु की, पूछ लीजिये ज्ञान, मोल करो तलवार का, पड़ा रहन दो म्यान। अर्थ: – ज्ञान का […]

चिश्तिया सिलसिले के खलीफा बाबा फरीद- अंतिम भाग

बाबा फरीद के चिंतन की परंपरा उनके कलाम में सादगी बेजोड़ है। बाबा फरीद ने सिखाया कि देहातों में दूर जाया जाए। अपने आप को […]