नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश पंचायत चुनाव प्रक्रिया पर रोक लगाने की मांग पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई हुई. सुप्रीम कोर्ट ने ग्राम पंचायत चुनावों की मतगणना की प्रक्रिया को कल से शुरू करने की अनुमति दे दी है.
राज्य चुनाव आयोग के आश्वासन पर कोर्ट ने दी अनुमति
कोर्ट ने ये अनुमति राज्य चुनाव आयोग द्वारा दिए गए आश्वासन को ध्यान में रखते हुए दी है कि, मतगणना केंद्रों पर कोरोना से बचने के पर्याप्त उपाय किए जाएंगे. साथ ही कोविड दिशानिर्देशों का पालन किया जाएगा.
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कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन करने का आदेश
सुप्रीम कोर्ट ने राज्य चुनाव आयोग से कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन करने का आदेश दिया है. कोर्ट ने कहा है कि, मतगणना पूरी होने तक इलाके में कर्फ्यू रहे, आम लोगों को वहां इकट्ठा न होने दिया जाए, उम्मीदवारों का कोविड टेस्ट हो और जवाबदेह अधिकारियों के नाम अधिसूचित किए जाएं.
दरअसल, याचिकाकर्ता ने इलाहाबाद हाईकोर्ट के उस आदेश को चुनौती दी थी जिसमें हाईकोर्ट ने पंचायत चुनाव जारी रखने के लिए कहा गया था. याचिकाकर्ता का कहना था कि इसके चलते चुनावकर्मी और मतदाता बड़े पैमाने पर कोरोना से संक्रमित हुए. अब मतदान के सभी चरण पूरे हो चुके हैं. ऐसे में सुप्रीम कोर्ट या तो मतगणना को फिलहाल रोक दे या सुरक्षा प्रोटोकॉल पर आदेश दे. कोर्ट ने शुक्रवार को कहा था कि वह राज्य चुनाव आयोग को सुनने के बाद ही कोई आदेश देगा.
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वोटों की गिनती में दो दिन का समय लग सकता है
इस बीच राज्य निर्वाचन आयोग ने मतगणना की तैयारी पूरी कर ली है. एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक दो मई, रविवार को पंचायत चुनाव में हुए मतदान के मतों की गिनती सुबह आठ बजे से शुरू होगी और सभी मतपत्रों की गिनती होने तक जारी रहेगी.
उन्होंने संभावना जताई कि, मतगणना प्रक्रिया पूरा होने में लगभग दो दिन का समय लग सकता है. राज्य निर्वाचन आयोग ने उम्मीदवारों और अभिकर्ताओं को स्पष्ट हिदायत दी है कि मतगणना केंद्रों में उन्हें ही प्रवेश मिलेगा जिनकी कोविड की रिपोर्ट निगेटिव होगी.
कोर्ट ने पूछा-क्यों न मतगणना को स्थगित कर दिया जाए
इससे पहले सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार से पूछा कि, क्यों ना यूपी में पंचायत चुनाव की मतगणना को 2 हफ्ते के लिए स्थगित कर दिया जाए, तब तक हमारा मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर भी सुधरेगा. उम्मीद की जा सकती है कि, तभी स्थिति सबसे ज्यादा बेहतर कंट्रोल में होगी.
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चुनाव के दौरान 700 से ज्यादा शिक्षकों की मौत हुई
सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि, शिक्षक संगठन की तरफ से बताया गया है कि, 700 से ज्यादा शिक्षकों की मौत चुनाव के दौरान हुई, आप इस स्थिति को कैसे संभाल लेंगे. इस पर उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि, जिन राज्यों में चुनाव नहीं हो रहे हैं, वहां पर भी कोरोना के मामले और मौतें में बढ़ी हैं. दिल्ली में भी मौत की संख्या बढ़ी है.
भयंकर आपदा का हम सब सामना कर रहे हैं
उत्तर प्रदेश सरकार ने कहा कि, जब पंचायत चुनाव शुरू हुए थे उस दौरान कोरोना कि दूसरी लहर नहीं आई थी. यह भयंकर आपदा है जिसका हम सब सामना कर रहे हैं.
चार चरणों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव हो चुके है
बता दें, उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में चार चरणों में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के मत डाले जा चुके हैं. पहले चरण में 15 अप्रैल, दूसरे में 19 अप्रैल, तीसरे में 26 अप्रैल और चौथे चरण में 29 अप्रैल को मतदान संपन्न हुआ.