द लीडर। विवेक अग्निहोत्री की फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ इन दिनों सुर्खियों में है। एक तरफ सरकार ने जहां इस फिल्म की तारीफ की है। वहीं दूसरी तरफ इस फिल्म का विरोध जगह -जगह देखने को मिल रहा है।
कई लोगों ने तो आरोप लगाया है कि, इस फिल्म के जरिए लोगों में नफरत फैलाई जा रही है। इसके साथ ही कई लोगों ने कहा है कि, नेता घृणा की राजनीति कर रहे हैं। इस फिल्म में कश्मीर के इतिहास के बारे में बताया गया है। लेकिन इसका कहीं समर्थन तो कहीं विरोध देखने को मिल रहा है।
एएमयू के छात्रों ने RSS और BJP पर लगाए आरोप
वहीं अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) परिसर में छात्र-छात्राओं ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी के खिलाफ प्रदर्शन किया। छात्र आरएसएस और भाजपा पर घृणा की राजनीति करने का आरोप लगा रहे थे।
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छात्रों का विरोध प्रदर्शन परिसर स्थित डक प्वाइंट से शुरू हुआ और बाब-ए-सैयद तक हुआ। छात्रों ने राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन एसीएम द्वितीय सुधीर कुमार को सौंपा। छात्रों ने कहा कि, राजनीतिक लाभ के लिए हिजाब को मुद्दा बनाया जा रहा है। यह मुस्लिम संस्कृति एवं परंपरा से जुड़ा हुआ मामला है।
कुछ शैक्षणिक संस्थानों ने इसको लेकर मुस्लिम छात्राओं के साथ भेदभाव शुरू कर दिया है, जबकि मामला न्यायालय में विचाराधीन है। छात्र नेताओं ने 2014 से लेकर अब तक के मॉब लिचिंग से जुड़े मामले को भी उठाया।
फिल्म के जरिए धर्म विशेष के खिलाफ घृणा फैलाई जा रही
उन्होंने कहा कि, फिल्म द कश्मीर फाइल्स के माध्यम से धर्म विशेष के खिलाफ घृणा फैलाई जा रही है। छात्रों ने राष्ट्रपति से अल्पसंख्यकों के मौलिक अधिकारी की सुरक्षा की मांग की। छात्र नेता आरिफ त्यागी ने कहा कि विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य मोहब्बत का पैगाम देना है।
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