साेनू अंसारी
–एक साल पहले सूदखोरों की आतंक की वजह से दवा व्यापारी ने परिवार के चार सदस्यों ने आत्महत्या कर ली थी. उनकी मौत के गम में पहली बरसी के 27 दिन बाद दवा व्यापारी के पिता ने भी दम तोड़ दिया. इससे उनके घर समेत आसपास के इलाकों में भी मातम पसरा हुआ है
प्राप्त जानकारी के अनुसार, फरीदपुर मोहल्ला ऊंचा के रहने वाले अशोक गुप्ता के बेटे अखिलेश शाहजहांपुर में दवा का कारोबार करते थे. उन्होंने अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए सूदखोरों से कर्ज की रकम ले ली थी. जिसकी रकम देने के बावजूद भी सूदखोर उन्हें परेशान कर रहे थे.
इसी के चलते अखिलेश ने अपनी पत्नी और दो मासूम बच्चों के साथ आत्महत्या कर ली थी. इस पूरे मामले की पुलिस ने गहनता से जांच की. उसके बाद पुलिस ने सूदखोर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की थी. हालांकि, मामला अभी भी अदालत में विचाराधीन है. अखिलेश के पिता अपने बेटे और बहू और नाती पोतों की मौत से गम में डूबे रहते थे.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, फरीदपुर के ऊंचा मोहल्ले के रहने वाले अशोक गुप्ता अपने घर में ही क्लीनिक चलाते थे. उनके बड़े बेटे अखिलेश परिवार सहित शाहजहांपुर में रहकर दवा का कारोबार संभाल रहे थे.
7 जून 2021 को अशोक गुप्ता के परिवार को सूचना मिली कि उनके बेटे अखिलेश गुप्ता (42), उनकी पत्नी रिशु गुप्ता (39), बेटे शिवांग (12) और बेटी हर्षिता (10) के शव रस्सी से लटके मिले थे. परिवार ने आत्महत्या करने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा था. इसमें आर्थिक तंगी के चलते आत्महत्या की बात कही गई थी.
पुलिस इस मामले में तफ्तीश में जुटी तो सच सामने आया था उसे सुनकर सब लोग दंग रह गए. अखिलेश ने परिवार सहित आत्मघाती कदम सूदखोरों के बढ़ते आतंक की वजह से उठा लिया था. इस पूरे मामले में पुलिस ने दोनों आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की थी और अवैध तरीके से ली गई संपत्ति को भी जप्त कर ली थी. शाहजहांपुर पुलिस ने 2 सूदखोरों की 60 लाख की संपत्ति कुर्क की थी.
पुलिस रिपोर्ट में सामने आया कि चौक कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला कच्चा कटरा के रहने वाले दवा व्यापारी अखिलेश गुप्ता ने कांट थाना क्षेत्र के मरहैया गांव निवासी सूदखोर अविनाश वाजपेयी और कच्चा कटरा के रहने वाले सूदखोर सुशील गुप्ता से प्रताड़ित होकर पत्नी और दो बच्चो के साथ घर के अंदर फासी लगाकर आत्महत्या कर ली थी.
मौत को गले लगने से पहले अखिलेश ने एक सुसाइड नोट लिखा था. उसमे साफ कर दिया कि उनकी और परिवार की मौत के जिम्मेदार आविनाश बाजपाई और उसके पाटर्नर सुशील गुप्ता है. जिनसे उन्होंने 12 लाख रूपये कर्ज लिए थे. इसके बदले में सुदखोर 70 लाख रुपये मांगने लगे थे. सूदखोर अखिलेश के मकान पर कब्जा करना चाहते थे. दोनों अपने गुर्गे भेजकर मकान खाली कराने की धमकी देते थे.
बेटे अखिलेश गुप्ता उनकी पत्नी रिशु गुप्ता (39), बेटे शिवांग बेटी हर्षिता की प्रथम पुण्यतिथि के ठीक 27 दिन बाद अखिलेश के पिता अशोक गुप्ता की मौत हो गई. उनकी मौत की वजह से पूरा परिवार सदमे में है.
बताते हैं कि अशोक गुप्ता बेटे की मौत से टूट गए थे और अक्सर भावुक हुआ करते थे. आरोपियों पर सख्त से सख्त कार्यवाही को लेकर बात करते थे. अशोक गुप्ता काफी मिलनसार व्यक्ति थे और हर किसी के सुख दुख में कदम से कदम मिलाकर चलते थे.
उनकी इस मौत से परिवार में मातम छा गया है. अशोक गुप्ता अपने पीछे पत्नी और तीन बेटियों को रोते बिलखते छोड़ गए हैं. उनकी बेटियां अपने पिता को मुखाग्नि देंगी.