द लीडर हिंदी : यूपी के ज़िला बरेली में डीएम रविंद्र कुमार गुरुवार को एक्शन में दिखाई दिए. जब कमिश्नर सौम्या अग्रवाल उस विभाग की मीटिंग कर रही थीं, डीएम चुपचाप उनके दफ़्तर पहुंच गए. दोपहर के वक़्त उनकी और स्टॉफ की कार को देखते ही दलालों की मौजूदगी के लिए कुख्यात दफ़्तर में खलबली मच गई. कोई छत, दीवार तो बहुत सारे गेट कूदकर भागने लगे. डीएम के साथ मौजूद गनर और स्टॉफ ने एक दर्जन लोगों को पकड़ लिया. डीएम ने उनसे बात करके दफ़्तर आने का कारण जाना. संतुष्ट होने पर कि अमुक शख़्स अपने काम से आए थे, उन्हें जाने दिया, जो डीएम को संतुष्ट नहीं कर पाए. उन सभी को कैंट थाने से पुलिस को बुलाकर उसके हवाले कर दिया. इसके बाद डीएम दफ़्तर के अंदर गए. उपस्थिति चेक की. जो नहीं थे, उनके बारे में जानकारी की.
दफ़्तरों में फाइलें अस्त-व्यवस्त देखकर नाराज़गी जताई. रखरखाव ठीक करने के निर्देश दिए. इसके बाद डीएम वापस लौट आए. अब अगर पुलिस की जांच में पुष्टि हो जाती है कि जिन छह लोगों को पुलिस के हवाले किया गया है, उनमें दलाल हैं तो फिर कार्रवाई तय है. अफसरों पर भी आंच आएगी. इसलिए क्योंकि शासन के तमाम निर्देशों के बावजूद नकटिया स्थित आरटीओ दफ्तर से दलालों को दूर नहीं किया जा सका है. वो दिनभर कार्यालय के अंदर और बाहर मंडराते देखे जा सकते हैं. पुलिस की जांच पूरी होने तक इंतज़ार कीजिए.https://theleaderhindi.com/supreme-courts-decision-after-25-years-said-no-royalty-tax-on-these/