मन की बात में बोले PM- 26 जनवरी की परेड बहुत ही अद्भुत रही, महिला सशक्तिकरण की झलक दिखी

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द लीडर हिंदी : देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ‘मन की बात’ कार्यक्रम के 109वें एपिसोड को संबोधित कर रहे हैं. मन की बात में PM मोदी ने कहा कि इस साल हमारे संविधान के भी 75 वर्ष हो रहे हैं और सुप्रीम कोर्ट के भी 75 वर्ष हो रहे हैं. हमारे लोकतंत्र के ये पर्व, मदर ऑफ डेमोक्रेसी के रूप में भारत को और सशक्त बनाते हैं. 2024 का ये पहला ‘मन की बात’का कार्यक्रम है.

बता दें पीएम मोदी हर महीने के आखिरी रविवार को देश को संबोधित करते हैं. वह अपने रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिए देश को संबोधित करते हैं. अमृतकाल में एक नयी उमंग है, नयी तरंग है. दो दिन पहले हम सभी देशवासियों ने 75वां गणतंत्र दिवस बहुत धूमधाम से मनाया है. हमारे संविधान की मूल प्रति के तीसरे अध्याय में भारत के नागरिकों के मूलभूत अधिकारों का वर्णन किया गया है और ये बहुत दिलचस्प है कि तीसरे अध्याय के प्रारंभ में हमारे संविधान निर्माताओं ने भगवान राम, माता सीता और लक्ष्मण जी के चित्रों को स्थान दिया था.

आगे पीएम मोदी ने कहा, ‘प्रभु राम का शासन, हमारे संविधान निर्माताओं के लिए भी प्रेरणा का स्त्रोत था और इसलिए 22 जनवरी को अयोध्या में मैंने ‘देव से देश’ की बात की थी, ‘राम से राष्ट्र’ की बात की थी.22 जनवरी को अयोध्या में हुए प्राण प्रतिष्ठा उन्होंने कहा कि अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के अवसर ने देश के करोड़ों लोगों को मानो एक सूत्र में बांध दिया है. सबकी भावना एक, सबकी भक्ति एक, सबकी बातों में राम, सबके हृदय में राम. 22 जनवरी की शाम को पूरे देश ने रामज्योति जलाई, दिवाली मनाई. इस दौरान देश ने सामूहिकता की शक्ति देखी, जो विकसित भारत के हमारे संकल्पों का भी बहुत बड़ा आधार है.

इसके बाद उन्होंने कहा, ‘मैंने देश के लोगों से आग्रह किया था कि मकर संक्रांति से 22 जनवरी तक स्वच्छता का अभियान चलाया जाए. मुझे अच्छा लगा कि लाखों लोगों ने श्रद्धाभाव से जुड़कर अपने क्षेत्र के धार्मिक स्थलों की साफ़-सफाई की.

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस बार 26 जनवरी की परेड बहुत ही अद्भुत रही,लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा परेड में महिला सशक्तिकरण को देखकर हुई, जब कर्त्तव्य पथ पर, केंद्रीय सुरक्षा बलों और दिल्ली पुलिस की महिला टुकड़ियों ने कदमताल शुरू किया तो सभी गर्व से भर उठे.

इस बार परेड में मार्च करने वाले 20 दस्तों में से 11 दस्ते महिलाओं के ही थे. हमने देखा कि जो झांकी निकली, उसमें भी सभी महिला कलाकार ही थीं। जो सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए, उसमें भी करीब डेढ़ हज़ार बेटियों ने हिस्सा लिया था. DRDO ने जो झांकी निकाली, उसने भी सभी का ध्यान खींचा. उसमें दिखाया गया कि कैसे नारीशक्ति जल-थल-नभ, साइबर और स्पेस, हर क्षेत्र में देश की सुरक्षा कर रही है.

पीएम ने कहा, 21वीं सदी का भारत, ऐसे ही Women Led Development के मंत्र के साथ आगे बढ़ रहा है. इस बार अर्जुन अवार्ड समारोह में भी जिस एक बात ने लोगों का खूब ध्यान खींचा, वो थी अर्जुन पुरस्कार पाने वाली बेटियां और उनकी life journeys. इस बार 13 वुमेन एथलीट को अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है. इन वुमेन एथलीट ने अनेकों बड़े टूर्नामेंटों में हिस्सा लिया और भारत का परचम लहराया. शारीरिक चुनौतियां, आर्थिक चुनौतियां, इन साहसी और टैलेंटंड खिलाड़ियों के आगे टिक नहीं पाईं.

महिलाओं को लेकर PM मोदी ने कहा कि बदलते हुए भारत में, हर क्षेत्र में हमारी बेटियां, देश की महिलाएं कमाल करके दिखा रही हैं. एक और क्षेत्र है, जहां, महिलाओं ने, अपना परचम लहराया है, वो है – वुमेन सेल्फ हेल्प समूह. आज वुमेन सेल्फ हेल्प ग्रुपों की देश में संख्या भी बढ़ी है और उनके काम करने के दायरे का भी बहुत विस्तार हुआ है. वो दिन दूर नहीं, जब आपको गांव-गंव में खेतों में, नमो ड्रोन दीदियां, ड्रोन के माध्यम से खेती में मदद करती हुई दिखाई देंगी.