द लीडर : कोरोना की दूसरी लहर में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) ने कई प्रोफेसर, पूर्व प्रोफेसर-कर्मचारी और पुरातन छात्र खोए हैं. कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने एएमयू कम्युनिटी को संबोधित पत्र में मृतकों की मगफिरत की दुआ की है. उन्होंने पूरी बहादुरी के साथ कोरोना से लड़ाई का संकल्प दोहराते हुए कहा स्टॉफ और छात्रों की सुरक्षा-उपचार के लिए हर संभव कोशिश की जाएगी. शांति बनाएं और भय के वातावरण से बचें. (Oxygen Plant AMU Vice Chancellor Professors Students)
पत्र में कहा है कि ये इम्तिहान का वक्त है, जो यकीनन मुश्किल है. संगठित होकर इससे लड़ेंगे. जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की किल्लत है. ऐसा इसलिए है क्योंकि यहां मरीजों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है. ऑक्सीजन के लिए हम विभिन्न संस्थाओं के संपर्क में हैं. दूरगामी समाधान को देखते हुए करीब 1.41 करोड़ की लागत से ऑक्सीजन प्लांट स्थापित करने की योजना बनाई है. उम्मीद है कि तीन से चार सप्ताह में ये ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हो जाएगा.
इसके अलावा सिपला के चेयरमैन को 1000 रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए भी पत्र और ईमेल किया गया है. अस्पताल में बेड की संख्या बढ़ाई जा रही है. मेडिकल कॉलेज में कोविड के संसाधन बढ़ाने के लिए फंड की जरूरत है. इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग के अलावा विश्वविद्यालय अनुदान आयोग से भी मदद मांगी गई है.
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इसके साथ ही प्रोफेसर, छात्र और कर्मचारियों से एक खास अपील की है. वो ये कि जब तक बेहद जरूरी काम न हो, तब तक देश के दूसरे हिस्सों में न जाएं. कोरोना की वैक्सीन लें. घर पर रहें. और सुरक्षा के सभी उपायों का उपयोग करें. एक-दूसरे की मदद करते रहें. सुरक्षा ही बचाव का सबसे बड़ा माध्यम है.
ख्याल रखें. अगर कोरोना के मामूली भी लक्ष्ण महसूस हों तो जांच रिपोर्ट का इंतजार किए बगैर खुद को आइसोलेट कर लें. डॉक्टरों से संपर्क कर दवाएं लें. अंत में सभी डॉक्टर, शिक्षक, छात्र और फ्रंट लाइन वर्कर्स का विशेष धन्यवाद जो इस लड़ाई में डटकर खड़े हैं. और देश व समाज की सेवा में तत्पर हैं.